बिहार में कथित मौतों के लिए फिर जहरीली शराब जिम्मेदार, सरकार ने किया खारिज, दिया ये फरमान
By एस पी सिन्हा | Published: March 21, 2022 06:56 PM2022-03-21T18:56:11+5:302022-03-21T18:56:11+5:30
बिहार पुलिस मुख्यालय में एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि जिला प्रशासन से आई रिपोर्ट में लोगों की मौत की वजह बीमारी बताई गई है। उन्होंने कहा कि बीमारी और अन्य वजहों से लोगों की मौत हुई है ना कि जहरीली शराब पीने की वजह से।
पटना:बिहार में होली के दिन कई जिलों में करीब 44 लोगों की हुई अचानक मौत के मामले में बिहार पुलिस का अजीबोगरीब तर्क सामने आया है। इस संबंध में बिहार पुलिस मुख्यालय में एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि जिला प्रशासन से आई रिपोर्ट में लोगों की मौत की वजह बीमारी बताई गई है। उन्होंने कहा कि बीमारी और अन्य वजहों से लोगों की मौत हुई है ना कि जहरीली शराब पीने की वजह से।
साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर परिवार के कोई सदस्य संदिग्ध हालत में बीमार पड़ते हैं, तो इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को दें, ताकि पुलिस मामले की निगरानी रख सके। एडीजी ने बताया कि मधेपुरा में जिन लोगों की मौत हुई है, वह पहले से ही गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। मृतकों के परिजनों ने भी जहरीली शराब का सेवन से इंकार किया है। इसके बावजूद मधेपुरा में सभी संदिग्ध जगहों पर मद्य निषेध विभाग और पुलिस की तरफ से संयुक्त छापेमारी की जा रही है।
वहीं भागलपुर में जिन चार लोगों की मौत हुई है, उनके परिजनों ने भी शराब पीने की बात से इंकार किया है। जबकि दो अन्य लोगों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद भी कुछ कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कई ऐसे लोग हैं जिनके परिजनों ने मौत के बाद पोस्टमार्टम नहीं कराया और अंतिम संस्कार भी कर दिया। ऐसे में यह बता पाना बेहद मुश्किल है कि मौत की असल वजह क्या रही?
बांका जिले में हुई दस से अधिक लोगों की मौत को लेकर उन्होंने बताया कि जब सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची तो मृतकों का अंतिम संस्कार किया जा चुका था। एडीजी ने कहा कि भले ही मीडिया में यह खबरें आ रही हैं कि जहरीली शराब पीने की वजह से लोगों की मौत हुई है। लेकिन स्थानीय प्रशासन से जो रिपोर्ट हमें प्राप्त हुई है, वह इसकी पुष्टि नहीं करता है।
गंगवार ने बताया कि होली के दौरान नशीले पदार्थ के साथ अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान गंजा सहित मदक पदार्थ भी बरामद हुआ है। वहीं इस पर पुलिस लगातार कार्रवाई करती रहेगी। उन्होंने कहा कि नालंदा, बेगूसराय और बेतिया के मामलों की जांच की जा रही है। संबंधित जिलों की पुलिस जल्द ही नतीजों पर पहुंच कर अपराधियों के खिलाफ कडी कानूनी कार्रवाई करेगी। जल्द ही इन वारदातों में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के घेरे में भेजा जाएगा। उन्होंने नालंदा की दो अलग-अलग घटनाओं में दो अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है, इसकी पुष्टि नालंदा पुलिस ने की है।
उधर, भागलपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा है कि मौत के कारणों का पता लगाने के लिए दो शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है। कई परिवारवालों ने बीमारी से मौत की बात लिखकर दी है। अन्य परिवारों से संपर्क किया जा रहा है। शराब का धंधा करने वालों के विरुद्ध छापेमारी की जा रही है। वहीं बांका के एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने कहा है कि अमरपुर प्रखंड के विभिन्न गांवों में कुछ लोगों की संदिग्ध स्थिति में मौत हुई है। जांच के लिए एसडीपीओ को भेजा गया है। मौत किस कारण से हुई, इसकी जांच चल रही है। मामला अलग-अलग गांवों का है, इसलिए गहनता से जांच कराई जा रही है।
यहां उल्लेखनीय है कि भागलपुर, बांका, मधेपुरा, सीवान जैसे जिलों में अबतक लगभग 44 लोगों की मौत हो चुकी है। इन संदिग्ध मौतों के पीछे जहरीली शराब को वजह बताया जा रहा है। लेकिन बिहार पुलिस इसे कतई मानने को तैयार नहीं है। पुलिस की तरफ से जो दलील दी जा रही है, उसके मुताबिक स्थानीय प्रशासन ने जो रिपोर्ट दी है, उसमें हार्टअटैक समेत अन्य बीमारियों की वजह से लोगों की मौत का कारण बताया गया है।