पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत ज्यादा बिगड़ी, AIIMS ने कहा- स्थिति बेहद नाजुक
By रामदीप मिश्रा | Published: August 15, 2018 07:38 PM2018-08-15T19:38:51+5:302018-08-15T22:40:12+5:30
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हाल जानने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स पहुंचे हैं। इससे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी भी बुधवार को उनसे मिलने पहुंची थी। वाजपेयी को अस्पताल में वेंटीलेटर पर रखा गया है।
नई दिल्ली, 15 अगस्तः अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एम्स) में भर्ती भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत ज्यादा खराब बताई जा रही है। उनका हाल जानने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स पहुंचे हैं। इससे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी भी बुधवार को उनसे मिलने पहुंची थी। वाजपेयी को अस्पताल में वेंटीलेटर पर रखा गया है। मोदी मोदी के बाद अब एम्स पियूष गोयल पहुंचे हैं।
वहीं, एम्स की ओर से कहा गया है कि पिछले 24 घंटों में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत बिगड़ी है। वह अभी लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर हैं।
Union Minister Piyush Goyal reaches All India Institutes of Medical Sciences (AIIMS) to meet former prime minister Atal Bihari Vajpayee. #Delhipic.twitter.com/NCkcv2L5fH
— ANI (@ANI) August 15, 2018
Prime Minister Narendra Modi reaches All India Institutes of Medical Sciences (AIIMS) to meet Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee. #Delhipic.twitter.com/BeGhqVh0z2
— ANI (@ANI) August 15, 2018
वहीं, पिछले दिनों गृह मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह वाजपेयी की सेहत के बारे में जानकारी लेने गए थे। वाजपेयी को किडनी संक्रमण, छाती में जकड़न और मूत्रनली में संक्रमण आदि की वजह से 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था। वाजपेयी की सेहत के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई।
Union Minister Smriti Irani leaves from All India Institutes of Medical Sciences (AIIMS) after meeting Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee. #Delhipic.twitter.com/GgVpDG5lri
— ANI (@ANI) August 15, 2018
इससे पहले पिछले महीने 24 जून (रविवार रात ) को नरेन्द्र मोदी अचानक एम्स पहुंचे। कड़ी सुरक्षा में उनका काफिला अचानक एम्स पहुंच गया था।
वाजपेयी बीते कुछ सालों से बीमार चल रहे हैं। उन्हें बीती 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था। इसके बाद वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम ने उनके स्वास्थ्य की जांच करते हुए संक्रमण के साथ उन्हें कंजेशन की समस्या बताई थी। भारतीय राजनीतिक के इतिहास में उन्हें एक कुशल राजनीतिज्ञ, भाषाविद, कवि और पत्रकार के रूप में भी जाना जाता है। वह एक ऐसे नेता रहे हैं जिन्हें जनता के साथ-साथ हर पार्टी के लोग पसंद करते हैं।
वाजपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा सदस्य चुने गए। वह बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूर्ण करने वाले पहले और अभी तक एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता हैं। 1924 में जन्मे वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए 1942 में भारतीय राजनीति में कदम रखा था।