अयोध्य में राम जन्मभूमि पूजा को लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। पीएम नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने 5 अगस्त को अयोध्या पहुंचेंगे। पूरे कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है। साथ ही कोरोना संकट को देखते हुए तमाम गाइडलाइन भी फॉलो किये जा रहे हैं।
इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा कुछ और शीर्ष नेता हिस्सा ले सकते हैं। मिली जानकारी के अनुसार भूमिपूजन का कार्यक्रम करीब दो घंटे चलेगा और पीएम मोदी दिन में 11.30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। जानिए पीएम मोदी के 5 अगस्त को अयोध्या पहुंचने और रवाना होने तक का पूरा शेड्यूल..
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पीएम मोदी सुबह करीब 9.30 बजे दिल्ली से लखनऊ के लिए एक स्पेशल जेट के जरिए उड़ान भरेंगे। लखनऊ में लैंड होने के बाद पीएम एक चॉपर के जरिए अयोध्या के लिए रवाना होंगे। उनके दिन में करीब 11.30 बजे अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है।
पीएम मोदी पहले हनुमानगढ़ी जाएंगे
पीएम मोदी अयोध्या पहुंचने के बाद सबसे पहले प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे और पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद दोपहर के करीब वे राम मंदिर के भूमिपूजन के लिए पहुंचेंगे। इस ऐतिहासिक क्षण के लिए अयोध्या में पहले ही कई कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं और पूजा-पाठ सोमवार से जारी हैं।
दिन में 12.40 बजे मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी। ये पूरा कार्यक्रम करीब डेढ़ घंटे चलेगा और पीएम मोदी इस पूरे कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहेंगे। पूजा के बाद करीब दिन में दो बजे पीएम अयोध्या से लखनऊ के रवाना हो जाएंगे। हालांकि, सूत्रों के हवाले से ये भी बात सामने आई है कि पीएम मोदी पूजन कार्यक्रम के बाद देश को संबोधित कर सकते हैं।
अयोध्या में सुरक्षा चाक चौबंद
अयोध्या में कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा बेहद बढ़ा दी गई है। कोरोना संकट के कारण आम लोगों को पूजा स्थल पर नहीं आने को कहा गया है। साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने देश के अन्य क्षेत्रों से भी लोगों को अयोध्या नहीं आने की अपील की है।
बता दें की पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहले भी अयोध्या आते रहे हैं लेकिन कभी रामलला के दर्शन के लिए नहीं गए। भूमि पूजन के कार्यक्रम के लिए एक विशेष मंच बनाया गया है जिस पर पीएम मोदी सहित संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदी पटेल, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, राम मंदिर ट्रस्ट के नृत्यगोपाल दास मौजूद होंगे।
इसके अलावा करीब 175 और लोगों को भी न्योता भेजा गया है। इनमें बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी भी शामिल हैं।