नई दिल्ली, 2 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के किताब 'मूविंग आन मूविंग फारवर्ड, ए इयर इन ऑफिस' को लॉन्च किया है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बतौर राज्यसभा सभापति अपने कार्यकाल के साल पूरे होने पर ये किताब लिखी है।
किताब लॉन्च के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एचडी देवगौड़ा, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली मौजूद भी मौजूद थे। उपराष्ट्रपति नायडू ने अपनी किताब में राज्यसभा सभापति के रूप में अपने एक साल के कार्यकाल का जिक्र किया है। इसके अलावा में इसमें न्यू इंडिया मिशन का भी जिक्र किया है।
किताब लॉन्च के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है- 'अटल जी वेंकैया नायडू जी को मंत्रालय देना चाहते थे। तब नायडू जी ने कहा 'मैं ग्रामीण विकास मंत्री बनना चाहता हूं।' मोदी ने आगे कहा कि नायडू दिल से किसान हैं। उन्होंने किसानों की भलाई और कृषि के लिए खुद को समर्पित किया।'
वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है- 'उपराष्ट्रपति के तौर पर इन्होंने राजनीतिक और प्रशासनिक तजुर्बा लेकर आए हैं और वो उनके 1 साल में उनके आफिस में दिख रहा है। लेकिन अभी और बेहतर होना बाकी है। सितारों के आगे जहां और भी हैं, अभी इश्क के इम्तिहान और भी हैं।'
वहीं उपराष्ट्रपति ने अपनी किताब लॉन्च के मौके पर कहा है- 'मैं थोड़ा दुखी हूं कि संसद काम नहीं कर रही है जैसा इसे करना चाहिए। बाकी सभी चीजें आगे बढ़ रही हैं। वर्ल्ड बैंक, एडीबी, वर्ल्ड बैंक फोरम, जो भी रेटिंग वे दे रहे हैं वह उत्साहजनक है। सभी भारतीयों को आर्थिक मोर्चे पर जो भी बदलाव हो रहा है, उस पर गर्व होना चाहिए।'
वेंकैया नायडू की किताब 'मूविंग आन मूविंग फारवर्ड, ए इयर इन ऑफिस' में 245 पेज हैं, जिसमें उन्होंने शब्दों और फोटो के जरिए अपना अनुभव साझा किया है। उन्होंने किताब में 465 फोटो के माध्यम से अपनी विभिन्न कार्यक्रमों, यात्रा विवरण और विभिन्न सम्मेलनों को बताया है। साथ ही उन्होंने किताब में पहले दो सत्रों के ठीक से नहीं चल पाने को लेकर निराशा जताई है।