प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में देश भर के विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों से तनाव-रहित परीक्षा एवं संबंधित पहलुओं पर चर्चा कर रहे हैं। पीएम मोदी से छात्रों कई सवाल पूछे। पीएम मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी का उपयोग हमारे विस्तार के लिए, हमारे सामर्थ्य में बढ़ोतरी के लिए होना चाहिए।
वहीं, छात्रों ने पीएम मोदी से कई सवाल भी पूछे। कोलकाता से रूली दत्ता का पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि एक अध्यापक होने के नाते उन अभिभावकों को क्या कहना चाहिए जो ये समझते हैं कि परीक्षा से उनके बच्चों का भविष्य या तो बन सकता है या बिगड़ सकता है? इसी से मिलता जुलता ही एक और सवाल रोहित ने भी किया। वे दिल्ली से रहकर सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा, हमें खुद ये पूछना चाहिए कि क्या ये परीक्षा जिंदगी की है या किसी कक्षा की? अगर इतना ही हम सोच लें तो हमारा जो बोझ है वह कम हो जाएगा और एक काम के लिए फोकस भी बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि जो कहते हैं कि अभी नहीं तो कभी नहीं वाला भाव कुछ नहीं है। परीक्षा के बाहर भी बहुत बड़ी दुनिया होती है।
मां-बाप और शिक्षकों को बच्चों की तुलना नहीं करना चाहिए, इससे बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। हमें हमेशा बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिएइससे पहले प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘ प्रिय छात्र, अभिभावक एवं शिक्षक... मैं कल सुबह 11 बजे ‘परीक्षा पे चर्चा’ 2.0 कार्यक्रम में अपके साथ तनाव रहित परीक्षा के बारे में चर्चा करूंगा।’’ छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों से इसमें शामिल होने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रौद्योगिकी की ताकत का परिणाम है कि परीक्षा पे चर्चा को देशभर में स्कूलों एवं कालेजों में देखा जा सकेगा । उन्होंने कहा कि यह परीक्षा के लिये कठिन परिश्रम कर रहे छात्रों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने का शानदार मौका है।यहां देखें लाइव-