जीत के बाद काशी में बोले पीएम मोदी- तीन चुनाव के बाद भी नहीं खुले राजनीतिक पंडितों के दिमाग
By आदित्य द्विवेदी | Published: May 27, 2019 01:07 PM2019-05-27T13:07:58+5:302019-05-27T13:07:58+5:30
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 2014 हो, 2017 हो या 2019 हो, ये हैट्रिक छोटी नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के गांव का गरीब व्यक्ति भी देश की सही दिशा के बारे में सोचता भी है और उस दिशा में चलता भी है।
वाराणसी से दोबारा सांसद चुने जाने के बाद सोमवार को पहली बार काशी पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि तीन चुनाव के बाद भी राजनीतिक पंडितों के दिमाग नहीं खुले। उन्होंने वाराणसी से प्रचंड जीत के लिए कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश की राजनीति को नई दिशा दे रहा है। 2014 हो, 2017 हो या 2019 हो, ये हैट्रिक छोटी नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के गांव का गरीब व्यक्ति भी देश की सही दिशा के बारे में सोचता भी है और उस दिशा में चलता भी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान भोले नाथ के दर्शन किये। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ काशी पहुंचे मोदी ने अपने इस एकदिवसीय दौरे की शुरुआत काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन—पूजन से की। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे। पीएम मोदी मंदिर में पूजा—अर्चना के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला केन्द्र में आयोजित समारोह को सम्बोधित किया।
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातेंः-
- यहां की बेटियों ने जो स्कूटी यात्रा निकाली उसकी पूरे देश में और सोशल मीडिया में बड़ी चर्चा है, स्कूटी पर बैठकर हमारी बेटियों ने पूरी काशी को अपने सिर पर बैठा लिया था।
- इस चुनाव की सभी कसौटियों पर आप डिस्टिंक्शन मार्क्स के साथ पास हुए हैं, इसलिए आप सभी अभिनंदन के पात्र हैं।
- इस चुनाव में जब कार्यकर्ताओं के साथ मेरा मिलना हुआ था तो उस दिन मैंने कहा था कि यहां पर शायद नामांकन तो एक नरेन्द्र मोदी का हुआ होगा, लेकिन ये चुनाव हर घर का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा, हर गली का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा।
- मैं काशी के संगठन से जुड़े लोगों का, हर कार्यकर्ता का और हर समर्थक का इस बात के लिए आभार करता हूं कि उन्होंने इस चुनाव को जय-पराजय के तराजू से नहीं तोला। उन्होंने चुनाव को लोक संपर्क, लोक संग्रह, लोक समर्पण का पर्व माना।
- इस चुनाव में अलग-अलग दलों के साथी और निर्दलीय साथी जो मैदान में थे, उनका भी मैं आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने पूरी गरिमा के साथ काशी के चुनाव अभियान को आगे बढ़ाया। मैं सभी अन्य उम्मीदवारों का मन से अभिनंदन करता हूं।
- शायद ही कोई उम्मीदवार चुनाव के समय इतना निश्चिंत होता होगा, जितना मैं था। इस निश्चिंतता का कारण आपका परिश्रम और काशीवासियों का विश्वास था।
- नतीजे और मतदान दोनों समय मैं निश्चिंत था और बड़े मौज के साथ केदारनाथ में बाबा के चरणों में बैठ गया था।