राज्यसभा में बोले पीएम मोदी- इंदिरा गांधी ने आर्टिकल 356 का 50 बार दुरुपयोग कर सरकारों को गिराया, कांग्रेस ने क्षेत्रीय नेताओं को किया परेशान
By मनाली रस्तोगी | Published: February 9, 2023 07:16 PM2023-02-09T19:16:08+5:302023-02-09T19:20:20+5:30
पीएम ने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने राष्ट्रीय प्रगति और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए नीतियों को तैयार करने के साथ-साथ "सहकारी, प्रतिस्पर्धी संघवाद" पर जोर दिया है।
नई दिल्ली: केंद्र द्वारा राज्यों में गैर-भाजपा सरकारों को परेशान करने के आरोपों पर विपक्ष पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि इंदिरा गांधी ने चुनी हुई सरकारों को खारिज करने में "अर्धशतक" बनाया था। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए पीएम ने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने राष्ट्रीय प्रगति और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए नीतियों को तैयार करने के साथ-साथ "सहकारी, प्रतिस्पर्धी संघवाद" पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा, "हम पर राज्यों को परेशान करने का आरोप है। मैं लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा हूं। मैं संघवाद का अर्थ समझता हूं। हमने सहकारी, प्रतिस्पर्धी संघवाद पर बल दिया है। हमने अपनी नीतियों में राष्ट्रीय प्रगति और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को भी ध्यान में रखा है। जो आज विपक्ष में बैठे हैं, उन्होंने राज्यों के अधिकारों से खिलवाड़ किया था।" हिंडनबर्ग-अडानी मुद्दे से संबंधित अपनी मांगों को लेकर विपक्षी सदस्यों ने पीएम मोदी के भाषण के दौरान नारेबाजी की। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने बार-बार अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग किया।
पीएम मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा, "इतिहास देखिए किस पार्टी और सत्ता में बैठे लोगों ने अनुच्छेद 356 का सबसे ज्यादा दुरूपयोग किया? 90 बार चुनी हुई सरकारें गिराई गईं, कौन थे वो लोग? एक प्रधानमंत्री ने अनुच्छेद 356 का पचास बार इस्तेमाल किया, और अर्धशतक लगाया और वह नाम है इंदिरा गांधी। केरल में कम्युनिस्ट सरकार चुनी गई जिसे पंडित नेहरू ने पसंद नहीं किया और उसे गिरा दिया गया।"
उन्होंने कहा, "तमिलनाडु में भी एमजीआर और करुणानिधि जैसे दिग्गजों की सरकारों को कांग्रेस के लोगों ने बर्खास्त कर दिया था। शरद पवार की सरकार भी गिराई थी। हमने देखा है कि एनटीआर के साथ क्या हुआ जब वह इलाज के लिए अमेरिका में थे और उनकी सरकार को गिराने की कोशिश की गई। यह कांग्रेस की राजनीति का स्तर था। उन्होंने हर क्षेत्रीय नेता को परेशान किया।"
पीएम मोदी ने नेहरू-गांधी परिवार की कई योजनाओं और उनके सदस्यों के नाम पर रखे गए स्थानों पर भी निशाना साधा और पूछा कि "उनकी पीढ़ी के लोग नेहरू को अपने उपनाम के रूप में क्यों नहीं रखते हैं"। उन्होंने कहा, "कुछ को सरकार की योजनाओं के नाम और नामों में संस्कृत शब्दों से दिक्कत थी। मैंने एक रिपोर्ट में पढ़ा कि 600 सरकारी योजनाएं गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर थीं...मुझे समझ नहीं आता कि उनकी पीढ़ी के लोग नेहरू को अपना उपनाम क्यों नहीं रखते, डर और शर्म की क्या बात है?"