नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी से मिले पीएम मोदी, कहा-मानव सशक्तिकरण के प्रति उनका जुनून बिल्कुल साफ
By स्वाति सिंह | Published: October 22, 2019 01:06 PM2019-10-22T13:06:29+5:302019-10-22T13:27:39+5:30
पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी की तारीफ की। अभिजीत बनर्जी उन भारतीय और भारतीय मूल के लोगों में शामिल हो गए हैं जिन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले अभिजीत बनर्जी से पीएम हाउस (7 लोक कल्याण मार्ग) पर मुलाकात की। पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी की तारीफ की। उन्होंने लिखा 'नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी के साथ बेहतरीन बैठक हुई। मानव सशक्तिकरण के प्रति उनका जुनून साफ दिखाई देता है। हमने विभिन्न विषयों पर एक स्वस्थ और व्यापक बातचीत की। भारत को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं।'
गौरतलब है कि अभिजीत बनर्जी उन भारतीय और भारतीय मूल के लोगों में शामिल हो गए हैं जिन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में दिया गया है। बनर्जी को 2019 का यह पुरस्कार उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो और अमेरिका के माइकल क्रेमर के साथ संयुक्त रूप से दिया गया है। उन्हें यह पुरस्कार ‘वैश्विक स्तर पर गरीबी उन्मूलन के लिए किये गये कार्यों के लिये देने की घोषणा हुई है।’
Excellent meeting with Nobel Laureate Abhijit Banerjee. His passion towards human empowerment is clearly visible. We had a healthy and extensive interaction on various subjects. India is proud of his accomplishments. Wishing him the very best for his future endeavours. pic.twitter.com/SQFTYgXyBX
— Narendra Modi (@narendramodi) October 22, 2019
उधर, नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी ने कहा- 'पीएम मोदी से मिलकर काफी अच्छा लगा, उन्होंने मुझे काफी वक्त दिया। इस दौरान पीएम ने भारत के विकास के लिए उनके सोचने के तरीके का जिक्र किया।
बनर्जी, 58 वर्ष, ने भारत में कलकत्ता विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई की। इसके बाद 1988 में उन्होंने हावर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि हासिल की। वर्तमान में वह मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन अंतरराष्ट्रीय प्रोफेसर हैं।
बनर्जी ने वर्ष 2003 में डुफ्लो और सेंडिल मुल्लाइनाथन के साथ मिलकर अब्दुल लतीफ जमील पावर्टी एक्शन लैब (जे-पाल) की स्थापना की। वह प्रयोगशाला के निदेशकों में से एक हैं। बनर्जी संयुक्तराष्ट्र महासचिव की ‘2015 के बाद के विकासत्मक एजेंडा पर विद्वान व्यक्तियों की उच्च स्तरीय समिति’ के सदस्य भी रह चुके हैं।