पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया और वियतनाम के प्रधानमंत्रियों से की मुलाकात, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने और हिंद प्रशांत क्षेत्र में समुद्री संबंध पर हुई चर्चा
By भाषा | Updated: November 5, 2019 05:49 IST2019-11-05T05:49:46+5:302019-11-05T05:49:46+5:30
दोनों नेताओं ने अतिवाद एवं आतंकवाद के खतरे पर बातचीत की और इससे निपटने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया और वियतनाम के अपने समकक्षों से अलग-अलग मुलाकात की और इन बैठकों में उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने एवं हिंद प्रशांत क्षेत्र में समुद्री संबंध मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया। मोदी ने पूर्वी एशिया सम्मेलन के इतर ये बैठकें की। विदेश मंत्रालय ने वियतनाम के प्रधानमंत्री एनग्वेन शुआन फुक के साथ मोदी की बैठक के बारे में बताया कि दोनों पक्षों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा एवं समृद्धि बढ़ाने की इच्छा दोहराई और नियम आधारित ऐसी व्यवस्था बनाने पर जोर दिया जो अंतरराष्ट्रीय कानून के लिए सम्मान पर आधारित हो।
उसने कहा, ‘‘इससे दक्षिण चीन सागर में नियम आधारित व्यापार, नौवहन एवं इसके ऊपर उड़ान भरने की आजादी को प्रोत्साहन मिलेगा।’’ मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने चरमपंथ एवं आतंकवाद के खतरे पर चर्चा की और इस बुराई से निपटने के लिए निकटता से काम करने पर सहमति जताई।’’
मंत्रालय ने आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के साथ मोदी की बैठक के बारे में कहा कि दोनों नेताओं ने शांति, सुरक्षा, स्थिरता एवं समृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए मुक्त, स्वतंत्र, पारदर्शी एवं समावेशी हिंद प्रशांत क्षेत्र को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उसने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने कहा कि दोनों देशों के रणनीतिक एवं आर्थिक हित साझे हैं जो द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं बहुपक्षीय स्तर पर मिलकर काम करने के अवसर खोलते हैं।’’ मंत्रालय ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में संबंधों को आगे बढ़ाने का उल्लेख करते हुए दोनों नेताओं ने समुद्री क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
दोनों नेताओं ने अतिवाद एवं आतंकवाद के खतरे पर बातचीत की और इससे निपटने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई। मोदी ने मॉरिसन को जनवरी 2020 में भारत आकर रायसीना वार्ता को संबोधित करने का निमंत्रण दिया। अधिकारियों ने बताया कि मॉरिसन ने इसे स्वीकार कर लिया।