किसी समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मन की बात कार्यक्रम बेहद लोकप्रिय था और लोग उसे न केवल ध्यान से सुनते थे, बल्कि उसे पसंद भी करते थे, लेकिन कुछ समय से जन की बात बुलंद होने लगी है, तो मन की बात बेअसर होने लगी है.
इसकी खास वजह है मन की सैद्धांतिक बात और उसका प्रायोगिक स्वरूप एकदम अलग हैं. यही कारण है कि न केवल इसे सुनने वाले कम होते जा रहे हैं, बल्कि डिसलाइक करने वाले बढ़ते जा रहे हैं.
पीएम मोदी ने इस साल की आखिरी मन की बात की शुरुआत में कहा कि साल 2020 में चुनौतियां खूब आईं, संकट भी अनेक आए, कोरोना के कारण दुनिया में सप्लाई चेन को लेकर अनेक बाधाएं भी आईं, लेकिन, हमने हर संकट से नए सबक लिए.
पीएम मोदी का कहना है कि आप हर साल नए साल का संकल्प लेते हैं, इस बार एक संकल्प अपने देश के लिए भी जरुर लेना है. आप भारत के लोगों के मेहनत से बने उत्पादों का इस्तेमाल करें. हमारे देश में आतताइयों से, अत्याचारियों से, देश की हजारों साल पुरानी संस्कृति, सभ्यता, हमारे रीति-रिवाज को बचाने के लिए, कितने बड़े बलिदान दिए गए हैं, आज उन्हें याद करने का भी दिन है.
पीएम मोदी का कहना है कि देशभर में कोरोना के इस समय में टीचर्स ने जो नवीन तरीके अपनाये, जो कोर्स मटेरियल तैयार किया है, वो इस दौर में अमूल्य है. मेरा सभी टीचर्स से आग्रह है कि वो इन पाठ्य सामग्री को शिक्षा मंत्रालय के दीक्षा पोर्टल पर जरुर अपलोड करें. इससे देश के दूर-दराज वाले इलाकों में रह रहे छात्र-छात्राओं को काफी लाभ होगा. उन्होंने कहा कि हमें ये संकल्प लेना चाहिए कि हम कचरा फैलाएंगे ही नहीं.
आखिर में, मैं आपको, नए वर्ष के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं. आप खुद स्वस्थ रहिए, अपने परिवार को स्वस्थ रखिए. उधर, मन की बात के दौरान पीएम मोदी का विरोध भी किसान संगठनों की तरफ से किया गया. किसान संगठनों ने कृषि कानूनों को लेकर पीएम मोदी के खिलाफ विरोध दर्ज करवाने के लिए उनकी मन की बात कार्यक्रम के दौरान थाली बजाई. इस विरोध में बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे सब शामिल हुए.
यही नहीं, आम आदमी पार्टी पंजाब के संगरुर से सांसद भगवंत मान ने भी पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का विरोध किया और उन्होनें भी थाली बजाई. उन्होनें इसका एक वीडियो ट्वीटर पर शेयर भी किया, जिसमें भगवंत मान ने कहा कि मोदीजी लोग दो साल से आपके मन की बात सुन रहे हैं और आपकी बात सुनकर आपको दो बार पीएम बना दिया, अब आप लोगों की बात सुनें और उनकी समस्या का हल निकालें!