भगवान राम जब अयोध्या वापस आए तो मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाएं, क्योंकि 14 साल उन्होंने आदिवासियों के बीच गुजारे: पीएम मोदी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 3, 2019 01:50 PM2019-12-03T13:50:52+5:302019-12-03T13:53:36+5:30
इसके साथ ही पीएम मोदी ने भगवान राम अयोध्या से जब निकले थे तब तो राजकुमार राम थे और जब 14 साल के वनवास के बाद वापस आए तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम बन गए।
झारखंड के खूंटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा कि भाजपा सरकार ने नक्सलियों की कमर तोड़ दी। उन्होंने कहा, राम जन्मभूमि को लेकर जिस विवाद को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकारों ने लगातार लटकाए रखा, वो भी शांतिपूर्ण ढंग से हल हो गया।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने भगवान राम अयोध्या से जब निकले थे तब तो राजकुमार राम थे और जब 14 साल के वनवास के बाद वापस आए तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम बन गए। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 14 साल भगवान राम ने आदिवासियों के बीच बिताए थे। ये संस्कार हैं आदिवासी भाई-बहनों के हैं।
जम्मू-कश्मीर को लेकर कही ये बात
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 अब हट चुका है। अब केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को विकास और विश्वास के पथ पर ले जाने की जिम्मेदारी आदिवासी अंचल में ही जन्मे, पले-बढ़े, उपराज्यपाल जी के कंधे पर है।
पहले चरण के मतदान से 3 बाते स्पष्ट हुई हैं-
पहली - लोकतंत्र को मजबूत करने और राष्ट्र निर्माण में झारखंड के लोगों की आस्था अभूतपूर्व है।
दूसरी - भाजपा सरकार ने जिस प्रकार नक्सलवाद की कमर तोड़ी है, उससे यहाँ डर का माहौल कम हुआ है और विकास का माहौल बना है।
पहले चरण के मतदान के बाद तीसरी बात ये भी स्पष्ट हुआ है कि, झारखंड के लोगों में भाजपा सरकार के प्रति एक विश्वास की भावना है।
उन्होंने कहा कि आज झारखंड के लोग देख रहे हैं कि दिल्ली और रांची में डबल इंजन लगाने से विकास की गति तेज भी होती है और स्थायी होती है। यहां की जनता सहज रूप से कह रही है झारखंड पुकारा, भाजपा दोबारा। झारखंड के विकास के लिए भाजपा की वापसी जरूरी है।
पीएम मोदी ने कहा कि अब झारखंड को भी DMF के तहत 5 हजार करोड़ रुपये मिले है, इस फंड से ही अब आपके बच्चो के लिए स्कूल और अस्पतालों के निर्माण में सहायता मिल रही है।
आज जब झारखंड 19 साल का हो गया है तब इस राज्य की जितनी जिम्मेदारी यहां की जनता की है, उतनी ही जिम्मेदारी मेरी है। आइए हम सब मिलकर काम करें ताकि जब झारखंड 25 साल का हो तब इतना ताकतवर और सशक्त बन जाए कि कभी पीछे मुड़कर देखना न पड़े।