पीएम मोदी ने भोपाल से 5 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी, देखें वीडियो
By मनाली रस्तोगी | Published: June 27, 2023 11:28 AM2023-06-27T11:28:42+5:302023-06-27T11:29:36+5:30
पीएम मोदी ने जिन पांच ट्रेन को हरी झंडी दिखाई उसमें रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस, मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस, धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस और रांची-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं।
भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। पहली बार एक दिन में इतनी संख्या में वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई।
इस दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने जिन पांच ट्रेन को हरी झंडी दिखाई उसमें रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस, मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस, धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस और रांची-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं।
#WATCH | Madhya Pradesh | PM Narendra Modi flags off five Vande Bharat trains from Rani Kamlapati Railway Station in Bhopal.
— ANI (@ANI) June 27, 2023
Vande Bharat trains that have been flagged off today are-Bhopal (Rani Kamalapati)-Indore Vande Bharat Express; Bhopal (Rani Kamalapati)-Jabalpur Vande… pic.twitter.com/N4a72zwR0m
रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस महाकौशल क्षेत्र (जबलपुर) को मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी। बेहतर कनेक्टिविटी से भेराघाट, पचमढ़ी और सतपुड़ा आदि पर्यटन स्थलों को भी लाभ होगा। यह ट्रेन रूट पर मौजूदा सबसे तेज ट्रेन से करीब 30 मिनट तेज होगी।
खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस मालवा क्षेत्र (इंदौर) और बुंदेलखंड क्षेत्र (खजुराहो) से मध्य क्षेत्र (भोपाल) की कनेक्टिविटी में सुधार करेगी। इससे महाकालेश्वर, मांडू, महेश्वर, खजुराहो और पन्ना जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को फायदा होगा। यह ट्रेन रूट पर मौजूदा सबसे तेज ट्रेन से करीब दो घंटे 30 मिनट तेज होगी। मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गोवा की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस होगी।
यह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगांव स्टेशन के बीच चलेगी। इससे दो स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान सबसे तेज़ ट्रेन की तुलना में लगभग एक घंटे की बचत होगी।