भोपाल: पंचायती राज सम्मेलन में भाग लेने के पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार, 24 अप्रैल को मध्य प्रदेश के रीवा पहुंचे। यहां पीएम मोदी ने 2300 करोड़ के रेल प्रोजेक्ट्स और 7853 करोड़ रुपये की नल-जल योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम ने एक जनसभा को भी संबोधित किया और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
रीवा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पहले की सरकारों ने कैसे पंचायतों से भेदभाव किया और कैसे हम उन्हें सशक्त कर रहे हैं, ये देश के लोग देख रहे हैं। 2014 से पहले 10 साल में केंद्र सरकार की मदद से 6000 के आसपास पंचायत भवन बनाए गए थे। हमारी सरकार ने 8 साल में 30,000 से ज्यादा नए पंचायत भवन बनवाए हैं। ये दिखाता है कि हम गांव के लिए कितने समर्पित हैं।"
पीएम ने आगे कहा, "पहले की सरकारें गांव के लिए पैसे खर्च करने से बचती थी, क्योंकि गांव अपने आप में कोई वोट बैंक तो था ही नहीं। इसलिए उन्हें नजरअंदाज किया जाता था। गांव के लोगों को बांटकर कई राजनीतिक दल अपनी दुकान चला रहे थे। भाजपा ने गांवों के साथ हो रहे इस अन्याय को भी समाप्त कर दिया है। हमारी सरकार ने गांवों के विकास के लिए तिजोरी खोल दी है। डिजिटल क्रांति के इस दौर में अब पंचायतों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। आज ई-ग्राम स्वराज- जीईएम इंटीग्रेटेड पोर्टल का शुभारंभ किया गया है। इससे पंचायतों के माध्यम से होने वाली खरीद की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी बनेगी। गांव के घरों के प्रॉपर्टी के कागजों को लेकर बहुत उलझनें रही हैं। इसके चलते भांति-भांति के विवाद होते हैं, अवैध कब्ज़ों की आशंका होती है। 'पीएम स्वामित्व योजना' से अब ये सारी स्थितियां बदल रही हैं।"
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए पीएम मोदी ने कहा, "पूज्य बापू कहते थे भारत की आत्मा गांवों में बसती है, लेकिन कांग्रेस ने गांधी के विचारों को भी अनसुना किया। आजादी के बाद की सरकारों ने भारत की पंचायती राज व्यवस्था को ध्वस्त किया। जो व्यवस्था सैकड़ों वर्ष, हजारों वर्ष पहले से थी, उसी पंचायती राज व्यवस्था पर आजादी के बाद भरोसा ही नहीं किया गया। 90 के दशक में पंचायती राज के नाम पर खानापूर्ति की, ध्यान नहीं दिया। 2014 के बाद से देश ने अपनी पंचायतों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया। आज इसके परिणाम नजर आ रहे हैं। आज भारत की पंचायतें गांवों के विकास की प्राणवायु बनकर उभर रही हैं।"