आज दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक हुई. 2022 तक किसानों की आय को दोगुनी करने के लिए रोडमैप तय किया गया. इसके लिए मतस्य पालन, पशुपालन और हॉर्टिकल्चर को बढ़ावा देने का फैसला लिया गया है.
मौसमी फलों और सब्जियों के उत्पादन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के साथ किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित करने की बात कही गई है. बता दें कि मोदी कार्यकाल के पहले दौर में किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने की बात कही गई थी.
केंद्र सरकार की ही एक रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों की आय में 2016 के बाद मात्र 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. भारत में 70 प्रतिशत किसान सामंती किसान है जिनके जमीन का रकबा ढाई एकड़ से भी कम है.
नीति आयोग ने भी हॉर्टिकल्चर के जरिये किसानों की परंपरागत खेती करने के तरीके को बदलने की बात कही थी. न्यूनतम समर्थन मूल्य, किसान मंडी, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के जरिये केंद्र ने किसानों की दशा सुधारने के लिए कदम उठाये थे जिसका असर बड़े पैमाने पर दिखना अभी बाकी है.
जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के दायरे को बढ़ाने की बात कही है.