पीयूष पांडे का ब्लॉग: भैंसों को स्टाइलिश बनाने का ब्यूटी पार्लर
By पीयूष पाण्डेय | Published: January 2, 2021 01:06 PM2021-01-02T13:06:40+5:302021-01-02T13:06:59+5:30
भारत में बूढ़े को जवान और नाटे को लंबा बनाने के विज्ञापन आम हैं. मजे की बात यह है कि ऐसे विज्ञापन कर अपनी दुकान चलाने वाले लाखों लोगों की दुकान बरसों बरस से चल भी रही हैं. अमीर-गरीब अपनी-अपनी हैसियत के मुताबिक खुद को ठगने वाला ठग खोज लेते हैं.
अखिल भारतीय भैंस समाज के लिए गर्व की बात है कि उनकी खूबसूरती का ध्यान रखने की आखिरकार किसी ने तो चिंता की. कोरोना काल के बीच आर्थिक मंदी के दौर में देश के ब्यूटी पार्लरों के लाखों कर्मचारी मक्खी मारने के कार्य को कौशल विकास समझ रहे हैं, लेकिन इसी वक्त कोल्हापुर में भैंसों के लिए ब्यूटी पार्लर खुला है.
इस ब्यूटी पार्लर में भैंसों को सजाने-संवारने के साथ शॉवर बाथ और उनकी पूंछों के स्टाइलिश बाल काटने की व्यवस्था की गई है. इंसानों को कोरोना होता है लेकिन भैंसों को कोरोना होने का अभी तक कोई समाचार नहीं
मिला है.
कोल्हापुर भैंस ब्यूटी पार्लर वाले भाइयों से मेरी गुजारिश है कि वो अपना ब्यूटी पार्लर रजिस्टर्ड करा लें और समाचार पत्नों में बड़े-बड़े विज्ञापन प्रकाशित करा दें कि हमारी कोई ब्रांच नहीं है.
क्योंकि जिस तरह आगरा में इतने पंछी पेठे वाले हैं कि सैलानियों के लिए असली पंछी पेठे वाले को खोजना कोयले की खदान से हीरे चुनना जैसा मुश्किल होता है, उसी तरह कोल्हापुर के असली भैंस ब्यूटी पार्लर की इतनी शाखाएं खुल जाएंगी कि असली ब्यूटी पार्लर को लोग नकली समझेंगे.
यह बहुत अच्छी बात है कि भैंस समाज अभी फेसबुक-ट्विटर जैसे मंचों पर सक्रिय नहीं है, वर्ना कोल्हापुर की सजी-संवरी, स्टाइलिश भैंसें अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालतीं और उनकी तस्वीरों को सैकड़ों लाइक्स मिलते देख देश के कई दूसरे हिस्सों की भैंसें अपने लिए ब्यूटी पार्लर की मांग करते हुए सड़क जाम कर देतीं. आखिरकार मांगें मनवाने के लिए रोड ब्लॉक करना हिंदुस्तान में हिट फॉर्मूला है.
वैसे, मेरी चिंता यह है कि कोल्हापुर या कहीं दूसरा भैंस ब्यूटी पार्लर भैंस को फेशियल कर गाय बनाने का दावा न कर दे.
भारत में बूढ़े को जवान और नाटे को लंबा बनाने के विज्ञापन आम हैं. मजे की बात यह है कि ऐसे विज्ञापन कर अपनी दुकान चलाने वाले लाखों लोगों की दुकान बरसों बरस से चल भी रही हैं. अमीर-गरीब अपनी-अपनी हैसियत के मुताबिक खुद को ठगने वाला ठग खोज लेते हैं.
मुश्किल यह है कि बेईमान को ईमानदार बनाने का विज्ञापन कहीं नहीं दिखता. कहीं ऐसी मशीन का आविष्कार नहीं होता, जिसमें घोटालेबाज नेताओं को डालकर दो मिनट में ईमानदार कार्यकर्ता बनाया जाता.
बहरहाल, कोरोना ने इंसानी ब्यूटी पार्लर का धंधा ठप कर दिया है. पहले इंसान चेहरे पर चेहरा लगाए घूमता था लेकिन उन चेहरों को चमकाने के लिए ब्यूटी पार्लर जाना पड़ता था. अब हर बंदा मास्क लगाए घूम रहा है.