लाइव न्यूज़ :

नागरिकता संशोधन बिल पर बोले पीयूष गोयल, 'भारत के एक भी मुसलमान को नुकसान नहीं होगा, पीएम मोदी ने धर्म देखकर स्कीम नहीं बनाई' 

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 10, 2019 17:20 IST

महाराष्ट्र की सरकार पर तंज करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि शिवसेना जिसके विरोध में थी आज उसकी की गोद में जाकर बैठ गई है। अपनी विचारधार से अलग जाकर उन्होंने सरकार बनाई है।

Open in App
ठळक मुद्देरेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, जो सिटीजन के हकदार हैं, उन्हें जरूर मिलेगी। जो इस देश में रहने के हकदार नहीं वो भारत में नहीं रह पाएंगे।नागरिकता संशोधन बिल सोमवार (9 दिसंबर) को लोकसभा में पेश हुआ और विधेयक के पक्ष में 311 मत, जबकि विरोध में 80 मत पड़े।

लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड-2019 में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने नागरिकता संशोधन बिल पर कहा, देश के एक भी मुसलमान को नुकसान नहीं होगा। आप बताइए कौन से मुस्लिम परिवार को नुकसान हुआ है। ये बस कुछ लोगों का एजेंडा है। ये लोग अपना वोटबैंक देख रहे हैं। पीएम नरेंद मोदी ने धर्म देखकर लोगों के घर में बिजली नहीं पहुंचाई, भेदभाव को ध्यान में रखकर जनता के लिए स्कीम नहीं बनाई। पूर्वोत्तर के गैर भारतीय कहां जाएंगे, इस सवाल पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा,  एनआरसी सुप्रीम कोर्ट के निगरानी में हुआ है। जो फैसला कोर्ट करेगी, हम उसे फॉलो करेंगे। हम जब एनआरसी लाएंगे, तो सभी को मौका देंगे। एक के साथ भी अन्याय नहीं होगा। घुसपैठिए को नहीं रहने देंगे। 

पीयूष गोयल ने कहा कि किसी मुस्लिम परिवार को इस देश में नुकसान नहीं हुआ है, कुछ दलों का एजेंडा है कि मुसलमानों को पिछड़ा रखे। उन्हें बोलने नहीं दिया जाता। हमारी सरकार ने किसी भी धर्म को छोटा और बड़ा नहीं समझा है। 

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, जो सिटीजन के हकदार हैं, उन्हें जरूर मिलेगी। जो इस देश में रहने के हकदार नहीं वो भारत में नहीं रह पाएंगे। पीयूष गोयल ने कहा, घुसपैठियों को घबराने की जरूरत है, शरणार्थियों को नहीं। नागरिकता संशोधन बिल सोमवार (9 दिसंबर) को लोकसभा में पेश हुआ और विधेयक के पक्ष में 311 मत, जबकि विरोध में 80 मत पड़े।

महाराष्ट्र की सरकार पर तंज करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि शिवसेना जिसके विरोध में थी आज उसकी की गोद में जाकर बैठ गई है। अपनी विचारधार से अलग जाकर उन्होंने सरकार बनाई है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, महाराष्ट्र में भाजपा को जीत मिली है, बाकी तीनों दलों को हार मिली है। 

जानें लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड के बारे में

संसद के दोनों सदनों में अपनी उत्कृष्ठ सेवाएं देने वाले चुनिंदा सांसदों को सम्मानित करने के लिए लोकमत समाचार पत्र समूह द्वारा हर वर्ष की तरह लोकमत संसदीय पुरस्कार समारोह 2019 का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मान उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू द्वारा आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, जनपथ, नई दिल्ली में दिए जाएंगे। इस समारोह में लोकसभा और राज्यसभा के चार-चार चुनिंदा सांसदों को सम्मानित किया जाएगा। जिनका चयन शरद पवार की अध्यक्षता वाली 9 सदस्यीय चयन समिति द्वारा किया गया है।

जिन श्रेणियों में पुरस्कार दिया जाना है उनमें लोकसभा और राज्यसभा से लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, सर्वश्रेष्ठ सांसद, सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद और प्रथम बार संसद पहुंची सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद को सम्मानित किया जाएगा। इस समारोह से पूर्व दोपहर 2 बजे से आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर के भीम सभागार में ही कॉनक्लेव का आयोजन किया गया। जिसका विषय है 'भारतीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों की भूमिका'। 

इस विषय पर विचार रखने के लिए कांग्रेस सांसद शशि थरूर, एआईएमआईएम के अध्यक्ष सांसद असदुद्दीन ओवैसी एवं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के नाम शामिल हैं। लोकमत संसदीय पुरस्कार समारोह वर्ष-2017 में प्रारंभ किया गया था।  जिसके बाद से लगातार इस समारोह का आयोजन किया जाता रहा है।

टॅग्स :पीयूष गोयललोकमत पार्लियामेंट्री अवार्ड्सनागरिकता (संशोधन) विधेयक
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारभारत जल्दबाजी में या बंदूक तानकर ट्रेड डील नहीं करता, बर्लिन डायलॉग में बोले उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, अमेरिका-ईयू से वार्ता जारी

कारोबार1 अक्टूबर से बदलाव, घड़ियां, चॉकलेट, बिस्कुट होंगे सस्ते, देखिए असर

कारोबारNew GST Rates 2025 Updates: 22 सितंबर से तोहफा, 7500 रुपये प्रतिदिन तक के किराए वाले होटल कमरे सस्ते, 56वीं बैठक में फैसला

कारोबारNew GST Rates 2025: आजादी के बाद का ‘सबसे बड़ा सुधार’, पीयूष गोयल ने कहा- उद्योग जगत जनता को लाभ पहुंचाएं

कारोबारUS tariff impact: 50 प्रतिशत शुल्क, अल्पकालिक, मध्यम और दीर्घकालिक कार्य योजनाओं पर काम कर रहा वाणिज्य मंत्रालय,  ई-कॉमर्स निर्यात पर फोकस

भारत अधिक खबरें

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: कहां से आया 'जय भीम' का नारा? जिसने दलित समाज में भरा नया जोश

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: आज भी मिलिंद कॉलेज में संरक्षित है आंबेडकर की विरासत, जानें

भारतडॉ. आंबेडकर की पुण्यतिथि आज, पीएम मोदी समेत नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

भारतIndiGo Crisis: लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा इंडिगो, फिर कैसे बुक हो रहे टिकट, जानें