पीएफआई नेता का भाषण ‘देश विरोधी’, कार्रवाई करेंगे : मंत्री
By भाषा | Published: February 19, 2021 10:39 PM2021-02-19T22:39:15+5:302021-02-19T22:39:15+5:30
बेंगलुरू, 19 फरवरी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेता के भाषण को ‘‘देश विरोधी’’ और ‘‘नफरत भरा’’ करार देते हुए कर्नाटक के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पुलिस से आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है।
वह मेंगलुरू के नजदीक उल्लाल में बृहस्पतिवार को ‘‘पॉपुलर फ्रंट डे’’ के अवसर पर पीएफआई के महासचिव अनीस अहमद के भाषण पर प्रतिक्रिया जता रहे थे। भाषण में उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार और आरएसएस को निशाना बनाया।
अहमद ने आरोप लगाए कि पीएफआई को लगातार निशाना बनाया जाता रहेगा जबकि इसके गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को उन्होंने ‘‘नायक’’ बताया और अनुयायियों एवं मुस्लिमों से कहा कि उन लोगों का बहिष्कार करें जो राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा कर रहे हैं, जैसा उन्होंने एनआरसी के लिए किया। उन्होंने कहा कि यह ‘‘आरएसएस का मंदिर है न कि राम का मंदिर है।’’
बोम्मई ने कहा, ‘‘(उन्होंने) देश के खिलाफ बोला है, संविधान के खिलाफ बोला है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह देश विरोधी भाषण है, नफरत भरा भाषण है जो देश के लोगों के बीच विभाजन करने का प्रयास है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘खासकर उन्होंने आरएसएस के बारे में बात की है जो देश के सबसे अधिक देशभक्त संगठनों में एक है।’’
राज्य के गृह मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पीएफआई नेता ने राम मंदिर के बारे में बात की जबकि उच्चतम न्यायालय ने इसके निर्माण की अनुमति दी है।
मंत्री ने कहा, ‘‘...पीएफआई ने कई बार अपना असली रंग दिखाया है...यह सर्वाधिक देश विरोधी एवं गैर जिम्मेदाराना बयान है। मैंने स्थानीय पुलिस से पूरे मामले का संज्ञान लेने और कार्रवाई करने के लिए कहा है।’’
अहमद ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए घरों और दुकानों में आकर पैसे मांगने वालों को कुछ नहीं दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘...एक भी पैसा मत दीजिए...क्योंकि यह राम का मंदिर नहीं है, यह आरएसएस का मंदिर है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिमों के पैसे से राम मंदिर के लिए एक भी ईंट नहीं जाएगी।
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