नए नाम से सक्रिय हुआ पीएफआई, राजस्थान से 2 लोग पकड़े गए, धार्मिक गतिविधियों के नाम पर आतंकी उद्देश्य के लिए धन जुटा रहे थे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 3, 2023 07:05 PM2023-11-03T19:05:34+5:302023-11-03T19:06:50+5:30
प्रतिबंध के बाद पीएफआई नए नाम के साथ फिर से सक्रिय भी हो गया है। एनआईए को ये भी पता चला है कि संगठन से जुड़े लोग ही 'वहादत-ए-इस्लामी-हिंद' के नाम से फिर से सक्रिय हो चुके हैं। सिमी का फरार आतंकी अनवर रशीद इसे कई राज्यों में फैलाने में जुटा हुआ है।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार की सख्ती और जांच एजेंसियों के तमाम प्रयासों के बाद भी प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े लोग अपनी अवैध और गारकानूनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। 3 नवंबर को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने राजस्थान में गैरकानूनी गतिविधियों से संबंधित एक मामले में पीएफआई से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
एनआईए के एक प्रवक्ता के मुताबिक गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों की पहचान कोटा के वाजिद अली और मुबारिक अली के रूप में की गयी है। इन दोनों को पीएफआई के युवा सदस्यों के लिए प्रशिक्षण आयोजित करने में शामिल होने के आरोप में तीन अन्य, मोहम्मद आसिफ, सादिक सर्राफ और मोहम्मद सोहेल के साथ गिरफ्तार किया गया है।
एनआईए के अधिकारी ने कहा कि देश में 2047 तक इस्लामिक शासन स्थापित करने के पीएफआई के दीर्घकालिक एजेंडे को हासिल करने के लिए जयपुर और कोटा में हथियार प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने के मामले में आसिफ, सर्राफ और सोहेल के खिलाफ पहले एनआईए द्वारा आरोप पत्र दायर किया गया था। प्रवक्ता के मुताबिक आरोपी पीएफआई की भर्ती प्रक्रिया में भी शामिल थे, जिस पर पिछले साल सितंबर में प्रतिबंध लगा दिया गया था।
एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि जनता के बीच डर पैदा करने के उद्देश्य से हिंसक कृत्य करने के लिए समूह द्वारा लोगों को भर्ती किया गया था। अधिकारी ने कहा कि इन कृत्यों में धार्मिक नफरत भड़काने, मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और आतंकवादी कृत्यों के लिए धन जुटाना भी है। प्रवक्ता ने बताया कि पीएफआई ने 'जकात' की आड़ में मुस्लिम समुदाय के लोगों से धन एकत्र किया, जो धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए है। उन्होंने कहा, ‘इस धनराशि का उपयोग कल्याण और धर्मार्थ गतिविधियों के लिए करने के बजाय, पीएफआई द्वारा आयोजित हथियार प्रशिक्षकों और प्रशिक्षण का समर्थन करने के लिए किया जा रहा था।’
बता दें कि प्रतिबंध के बाद पीएफआई नए नाम के साथ फिर से सक्रिय भी हो गया है। एनआईए को ये भी पता चला है कि संगठन से जुड़े लोग ही 'वहादत-ए-इस्लामी-हिंद' के नाम से फिर से सक्रिय हो चुके हैं। सिमी का फरार आतंकी अनवर रशीद इसे कई राज्यों में फैलाने में जुटा हुआ है। जांच एजेंसी ने इसकी जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय को दे दी है।