पटनाः बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले अयांश दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा है और उसे बचाने के लिए लगातार क्राउडफंडिंग का सिलसिला जारी है. लेकिन इसके बावजूद अभी तक अयांश के लिए जिससे 16 करोड़ रुपये के इंजेक्शन की जरूरत है. उसका लक्ष्य दूर नजर आ रहा है.
अयांश और उसके माता-पिता को अब सरकार से ही आखरी उम्मीद दिख रही है. ऐसे में आयांश को लेकर उसके माता-पिता आज मुख्यमंत्री के जनता दरबार कार्यक्रम में मिलने पहुंचे. हालांकि रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण उन्हें बाहर ही बिठा दिया गया. बताया जाता है कि अयांश का इलाज सिर्फ एक इंजेक्शन है, जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपए बताई जाती है.
ऐसे में मुख्यमंत्री से मुलाकात नही होने पर आयांश के माता-पिता ने आवास के बाहर चादर बिछाकर बैठ गए. उन्होंने एक पोस्टर भी लगाया था. उस पोस्टर पर लिखा था, ‘मैं जीना चाहता हूं’. आयांश के पिता का कहना है कि ‘एक बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आयांश को बुलाकर मिल ले, उसके बाद वह समझ जाएंगे. यदि 10-20 लाख खर्च करने की बात होती तो पीछे नहीं हटते, लेकिन बात 16 करोड़ की है.
अपना पूरा जीवन भी दे देंगे तो 16 करोड़ नहीं जुटा पाएंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आयांश के माता-पिता को काफी उम्मीदें हैं. आयांश के पिता ने कहा है कि उन्होंने 18 जुलाई को मुख्यमंत्री के जनता दरबार में फरियाद के लिए रजिस्ट्रेशन किया है. लेकिन अब तक कोई मैसेज नहीं मिला है. अयांश की जिंदगी खतरे में है. इसलिए वह नीतीश कुमार से मुलाकात करने आए थे.
अयांश के पिता आलोक सिंह ने भावुक अपील की कि सरकार उनकी जमीन ले ले और बदले में इंजेक्शन की व्यवस्था कर दे ताकि उनके बेटे की जान बचाई जा सके. वहीं, अयांश की मां नेहा ने बताया कि लोगों की मदद से अब तक 6.25 करोड़ रुपए ही जुट पाए हैं. इधर, क्राउड फंडिंग की रफ्तार धीमी हो गई है. पिता ने कहा कि जिस गति से पैसे जुट रहे हैं, उससे बहुत दिन लग जाएंगे.
जबकि डॉक्टर का कहना है कि यदि अयांश को अगले डेढ़ महीने तक इंजेक्शन लग जाए तो वो जल्दी ही रिकवर कर जाएगा. अयांश की जान बचाने के लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन भी चल रही है. पिछले दिनों राजद नेता तेजप्रताप यादव ने अयांश के परिवार से मुलाकात की थी. तेजप्रताप ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश से अयांश की मदद की अपील की है.
पाटलिपुत्र से भाजपा के सांसद रामकृपाल यादव भी अयांश की मदद के लिए गुहार लगा चुके हैं. आलोक और नेहा अपने बेटे के इलाज के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी गुहार लगा चुके हैं. अयांश के माता-पिता के अनुसार जन्म के दो महीने बाद ही अयांश की तबीयत बिगड़ने लगी थी. पटना के कई डॉक्टरों को दिखाने के बाद अंत में वे अयांश को लेकर बेंगलुरु के निमहंस गए.
वहां पांच डॉक्टरों की टीम ने अयांश की जांच की. इसके बाद अयांश की गंभीर बीमारी स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी का पता चला. डॉक्टरों ने बताया कि यह एक दुर्लभ बीमारी है. इसका इलाज एक इंजेक्शन है, जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपए. यह इंजेक्शन सिर्फ अमेरिका में बनता है. इसे वहीं से मंगवाना पडे़गा. अयांश के माता-पिता का कहना है कि 16 करोड़ रुपये की राशि उनके लिए बहुत बड़ी है.