उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित पतंजलि आयुर्वेद के मैनेजिंग डायरेक्टर और योगगुरु रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण स्वस्थ होकर लौट आए हैं। बालकृष्ण ने अस्पताल से लौटने के बाद अपने शुभचिंतकों के प्रति आभार जताया और विरोधियों पर खूब वार किया। बालकृष्ण के आधकारिक हैंडल से इस बाबत एक वीडियो ट्वीट किया गया है जिसमें वह एक बड़े पंडाल में रामदेव संग अनुयायियों को संबोधित करते नजर आ रहे हैं।
बालकृष्ण ने उनके लिए दुआएं करने वालों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि वह अनुभव कर पा रहे हैं कि सभी ने जिन गहराइयों से भावानओं से उनके लिए योगदान दिया, वह आचार्य बालकृष्ण के लिए नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा, योग और आर्युवेद के लिए किया।
उन्होंने कहा, ''चिंता न करें, स्वामी जी के मिशन के लिए भगवान ने ऊर्जा के साथ भेजा तो अभी बहुत कुछ होना बाकी है।''
इसी के साथ उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ''कुछ लोग दिवा स्वप्न भी देख रहे थे, उनके लिए यही है कि समय बर्बाद न करें तो अच्छा है, बाकी उनकी मर्जी है, उनके लिए तो हम क्या कहें? बाकी, जो आपका स्वप्न है, वह तो पूरा होगा। उसको पूरा होने से कोई रोक नहीं सकता।''
करीब दो मिनट के वीडियो में बालकृष्ण की बातों पर बीच-बीच में योगगुरु रामदेव ताली बजाकर उन्हें प्रोत्साहन देते नजर आ रहे हैं। बता दें कि बीते शुक्रवार तो बालकृष्ण की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें हरिद्वार के भूमानंद अस्पताल ले जाया गया था जहां से उन्हें ऋषिकेश स्थित एम्स की शाखा में भेज दिया गया था। एम्स में बालकृष्ण को चिकित्सकों ने गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा था।
बालकृष्ण के अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनके समर्थकों के बीच चिंता की लहर दौड़ गई थी। विरोधियों ने यह कहकर निशाना साधा था कि आयुर्वेद की पैरवी करने वाले बालकृष्ण एलोपैथी का सहारा क्यों लेना पड़ा?
योगगुरु रामदेव ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया था कि किसी ने बालकृष्ण को पेड़े का प्रसाद दिया, जिसे खाने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी। उन्होंने पेड़े में जहर मिला होने की आशंका जताई थी। चिकिस्कों ने मीडिया को बताया कि बालकृष्ण के एंजाइम्स और ब्लड की फॉरेंसिक जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।