Lok Sabha Elections 2024: बीते सोमवार को एनडीए नीत भाजपा ने सीट शेयरिंग फॉर्मूले को शेयर किया था। ऐसे में माना जा रहा था कि पशुपति नाथ पारस इस बात से काफी नाराज थे कि उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली। इसलिए उन्होंने आज कैबिनट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है।
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने इस्तीफा देते हुए कहा, "5-6 दिन पहले मैंने प्रेस वार्ता में कहा था कि मैं तब तक इंतजार करूंगा जब तक NDA सीटों की घोषणा नहीं करती। मैंने बहुत ईमानदारी से NDA की सेवा की। पीएम नरेंद्र मोदी देश के बड़े नेता हैं, लेकिन हमारी पार्टी और व्यक्तिगत रूप से हमारे साथ नाइंसाफी हुई, इसलिए मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं।"
सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने सीट शेयरिंग फॉर्मूल को साझा करते हुए बताया था कि भाजपा 17 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारेगी, जबकि जेडीयू 16 पर अपना दावा ठोकेगी, और एक-एक सीट कुशवाहा और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी (हम) को दिया। जबकि, हैरानी तो तब हुई जब चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (आर) के खाते में पांच सीटें देने का ऐलान किया था।
ऐसे में अभी तक राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष के साथ एनडीए केंद्र में गठबंधन के रूप में एक केंद्र मंत्री का पद पशुपति नाथ पारस को दिए हुए थी। लेकिन जमीनी हकीकत को भांपते हुए भाजपा ने लोजपा (आर) प्रमुख चिराग पासवान के साथ जाना बेहतर समझा क्योंकि इस समय माहौल चिराग के आसपास है और अब भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है।