लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को कहा कि संसद एक खुली संस्था है जो अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों के काम के बारे में नागरिकों को जागरूक बनाती है और उन्हें सांसदों को उत्तरदायी और जवाबदेह बनाने का अधिकार देती है। बिरला ने बेलग्राद (सर्बिया) में अंतर संसदीय संघ (आईपीयू) की 141 वीं बैठक में कहा कि सांसद लोगों और सरकार के बीच संचार का एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं।
बिरला आईपीयू सम्मेलन में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल के समय में अंतरराष्ट्रीय कानून को मजबूत बनाने के लिए 'संसदीय कूटनीति' पर अधिक ध्यान दिया गया है। यह विकास के एजेंडे को लोगों तक आगे बढ़ाने और इस प्रक्रिया में लोक सहमति लेने के लिए संसदों को अवसर प्रदान करता है। इसके साथ ही यह आपसी संबंधों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाती है।
बिरला ने कहा, ‘‘संसद एक खुली संस्था है और यह खुलापन नागरिकों को अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों के काम के बारे में जागरूक करने में सक्षम बनाता है तथा उन्हें विधायी प्रक्रियाओं में शामिल होने का मौका देता है।
उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को प्रभावी करने, उनके लिए बजट को मंजूरी देने और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में सरकारों के संकल्प को पूरा करने के लिए आवश्यक विधानों को पारित करने में संसद की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।