Reasi Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में श्रद्धालुओं से भरी बस पर हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन ने ली
By आकाश चौरसिया | Updated: June 10, 2024 11:16 IST2024-06-10T11:05:37+5:302024-06-10T11:16:55+5:30
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार शाम आतंकवादियों ने उत्तर प्रदेश के तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की, जिससे बस खाई में गिर गई। इस हमले में 9 लोगों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हुए हैं।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
नई दिल्ली: रविवार को जम्मू-कश्मीर के वैष्णो देवी जा रहे हिंदू यात्रियों को पाकिस्तान बेस्ड लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) ने निशाना बनाया, जिसमें लगभग तीन महिलाओं समेत 9 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए। इस बीच हुई गोलीबारी के बाद बस खाई में जा गिरी। इसलिए किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला और इस कारण इस हादसे ने इतना भयावह रूप ले लिया।
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार शाम आतंकवादियों ने उत्तर प्रदेश के तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की, जिससे बस खाई में गिर गई। इस हमले में 9 लोगों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हुए हैं।
BIG BREAKING NEWS 🚨 PM Modi & HM Amit Shah in action after Reasi Terr0r att@ck on Hindu pilgrims.
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) June 9, 2024
PM Modi speaks to Jammu Kashmir LG. He is closely monitoring the situation.
HM Amit Shah said the culprits will not be spared. High level meeting called for big operation against… pic.twitter.com/zEh3POA4pI
रविवार शाम को लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट टीआरएफ ने इस कायरतापूर्ण हमले का श्रेय लेते हुए दिखाया कि यह आतंकी हमला जम्मू-कश्मीर में घरेलू आतंकवादियों द्वारा किया गया था, न कि लाहौर में स्थित विदेशी इस्लामवादियों द्वारा यह किया गया है।
I strongly condemn the cowardly terror attack on a bus in Reasi. My condolences to the family members of the martyred civilians. Our security forces and JKP have launched a joint operation to hunt down the terrorists.
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) June 9, 2024
शीर्ष आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह हमला रियासी में मोदी 3.0 के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जानबूझकर किया गया था और अपराधी 12 जिहादी थे, जो जम्मू क्षेत्र में तीन या दो के समूह में राजौरी-पुंछ के जंगलों के अंदर घूम रहे हैं। इस आतंकवादी समूह में एलओसी के पार से कई पाकिस्तानी नागरिक शामिल हैं और एलओसी पार सुरंग की संभावना है, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों और भारतीय सेना ने इसका जोरदार खंडन किया है।
अमित शाह ने कहा, 'परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें'
पिछले 5 सालों में, पुंछ-राजौरी सेक्टर में भारतीय सेना और जिहादियों के बीच कई बार गोलीबारी हुई है और भारतीय पक्ष में हताहतों की संख्या अधिक रही, जिसमें आतंकवादियों को अचानक और तेज गति से होने वाली गतिविधियों का लाभ मिला है। 29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होने के चलते गृह मंत्री अमित शाह समेत मोदी सरकार ने रियासी हमले को बेहद गंभीरता से लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्वयं भारतीय सेना को राजौरी-पुंछ सेक्टर में अपनी कमर कसने के लिए कहने के बावजूद, सेक्टर में कठोर और जंगली इलाकों के कारण आतंकवाद विरोधी अभियानों के परिणाम बहुत कम रहे हैं। 16 कॉर्प सेक्टर में सुरक्षाकर्मियों के बीच इस तरह की घटना की पूर्व सूचना का आभास नहीं हो सका, जिसे उत्तरी कमांड के आर्मी प्रमुख एमवी सुचेंद्रा कुमार ने बताया है।