अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर पाकिस्तान में भी शोक की लहर, पत्रकार और राजनेताओं ने ऐसे किया याद
By आदित्य द्विवेदी | Published: August 17, 2018 09:01 AM2018-08-17T09:01:22+5:302018-08-17T09:55:41+5:30
पाकिस्तान ने अटल बिहारी वाजपेयी को ‘स्टेट्समैन’ बताते हुए उनके निधन पर शोक जताया है। शोक जाहिर करने वालों में पाकिस्तान सरकार से लेकर विपक्षी नेता और नामचीन पत्रकार भी शामिल हैं।
इस्लामाबाद/नई दिल्ली, 17 अगस्तः भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी शोक की लहर है। अटल जी को दोनों देशों में शांति की स्थापना के प्रयासों के लिए जाना जाता है। पाकिस्तान ने अटल बिहारी वाजपेयी को ‘स्टेट्समैन’ बताते हुए उनके निधन पर शोक जताया है। शोक जाहिर करने वालों में पाकिस्तान सरकार से लेकर विपक्षी नेता और नामचीन पत्रकार भी शामिल हैं। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा, “वाजपेयी एक प्रख्यात राजनेता थे, जिन्होंने भारत-पाक संबंधों में परिवर्तन लाने की दिशा में काम किया। वह विकास के लिए दक्षेस और क्षेत्रीय सहयोग के प्रमुख समर्थक थे।”
पाकिस्तान के भावी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान शांति की दिशा में उनके प्रयासों को हमेशा याद किया जाएगा। खान ने एक बयान में कहा कि वाजपेयी उप महाद्वीप के प्रमुख राजनीतिक शख्सियत थे और उनके निधन से एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है।
पत्रकारिता से राजनीति में शामिल हुए मोहम्मद हुसैन सय्यद ने इसे अपूरणीय क्षति करार दिया है। उन्होंने कहा, 'वो शांति के ऐसे दूत थे जो दोनों देशों के बीच पुल का काम करते थे। उनकी 1999 की लाहौर यात्रा के समय मुझे उनका स्वागत करने का सौभाग्य मिला था।'
Passing away of India’s greatest statesman, ex- PM Atal Bihari Vajpayee, an irreparable loss as he was icon of peace who had a Nixonian vision to reach out for building bridges with Pakistan; honoured to serve as Minister in Waiting during his famous bus journey to Lahore in 1999 pic.twitter.com/jA72IuqiQD
— Mushahid Hussain (@Mushahid) August 16, 2018
पाकिस्तान में बीबीसी के पत्रकार शफी नकी जमी ने वाजपेयी की शांति के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने ट्वीट किया, 'वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने और आर्थिक सुधारों के साथ पड़ोसी देशों से रिश्ते सुधारने की कोशिश में लगे रहे।'
One of India's best-known politicians, Atal Behari Vajpayee, has died in the capital, Delhi. He was ninety-three. He served three terms as PM and will be remembered for moves towards economic reform and his determination to pursue a peace process with neighbouring Pakistan.
— Shafi Naqi Jamie (@ShafiNaqiJamie) August 16, 2018
लेखिक और पत्रकार मेहर तरार ने अटल जी के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, 'भारत के प्रधानमंत्री जो दोस्ती के संदेश के साथ सदा-ए-सरहद बस से लाहौर आए, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान के खूनी इतिहास को मिटाने की कोशिश की और दोस्ती का हाथ बढ़ाया।'
Rest in peace, Atal Bihari Vajpayee saheb.
— Mehr Tarar (@MehrTarar) August 16, 2018
The Indian prime minister who travelled to Lahore in the Sada-e-Sarhad bus with a message of dosti, who wished India & Pakistan to move beyond the bloodied history, and be friends.
Dua & condolences for the family.
Condolences to India
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गुरुवार शाम एम्स में अपनी आखिरी सांस ली। इस बात की जानकारी दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर दी। बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद सरकार ने सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।