अटल बिहारी के निधन पर गम में डूबा पाकिस्तान, लोगों ने कुछ ऐसे बयां किया दुख
By रामदीप मिश्रा | Published: August 16, 2018 07:49 PM2018-08-16T19:49:59+5:302018-08-16T19:52:52+5:30
Atal Bihari Vajpayee Death: पाकिस्तान के लोगों का कहना है कि हमने एक विश्वासी इंसान को खो दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
नई दिल्ली, 16 अगस्तः भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार शाम को निधन हो गया। उनके निधन पर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी उन्हें याद कर रहा है और एक बड़ी क्षति बता रहा है। उनका कहना है कि हमने एक विश्वासी इंसान को खो दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
पाकिस्तान की पत्रकार मेहर तरार ने ट्वीट कर कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी साहब की आत्मा को शांति मिले। भारतीय के ऐसे प्रधान मंत्री जिन्होंने सदा-ए-सरहद बस के जरिए दोस्ती का संदेश लाहौर की यात्रा की और दोस्ती का संदेश दिया। वह भारत और पाकिस्तान के खूनी इतिहास से आगे बढ़ दोस्त बने। उनके परिवार के लिए दुआ और संवेदना।'
Rest in peace, Atal Bihari Vajpayee saheb.
— Mehr Tarar (@MehrTarar) August 16, 2018
The Indian prime minister who travelled to Lahore in the Sada-e-Sarhad bus with a message of dosti, who wished India & Pakistan to move beyond the bloodied history, and be friends.
Dua & condolences for the family.
Condolences to India
पाक के सय्यैद हसन शाह ने ट्वीट कर कहा, 'पूर्व भारतीय पीएम अटल बिहारी वाजपेयी नहीं रहे। अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि। अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान के साथ दोस्ती के लिए कुछ अच्छे कदम उठाए। हम हमेशा उन्हें "अच्छे विश्वासी व्यक्ति" के रूप में याद करते हैं।'
Ex Indian Pm Atal Bihari Vajpayee No More. #AtalBihariVajpayee#rip
— SyedKamalHussainShah (@shahsabg) August 16, 2018
Take few good step for friendship with Pakistan .we always remember him as"good Faith person" #AtalBihariVaajpaye@P_Musharrafpic.twitter.com/uGL8W3DtiC
एक अन्य ट्वीटर यूजर ने कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी भारत-पाक शांति के असली समर्थक और प्रतीक थे। भारत और पाकिस्तान के बीच शांति और द्विपक्षीय व्यापार बहाल करने के उनके प्रयासों को हमेशा याद किया जाएगा। उन्हें श्रद्धांजलि।'
Atal Bihari Vajpayee was the true symbol and supporter of Indo-Pak peace. His efforts for restoring the peace and bilateral trade between India and Pakistan will always be remembered. Rest in peace #AtalBihariVajpayeepic.twitter.com/soQfCHsL7M
— Sardar Nadeem Khan 🇵🇰 (@SardarNadeemKh) August 16, 2018
पाकिस्तान के मोहम्मद अकीब इरशाद ने ट्वीट कर कहा, 'भारत के पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुखी हूं। उन्होंने हमेशा पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध रखने की कोशिश की है।'
Saddened over the demise of the Ex PM of India, Shri Atal Bihari vajpayee. He always tried to have good relationships with Pakistan.#AtalBihariVajpayee
— Muhammad Aqib Irshad (@aqibirshad) August 16, 2018
आपको बता दें, अटल बिहारी वाजपेयी ने अपनी अंतिम सांस दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में ली। उनके निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। इस दुखद पल में सभी की आंखें नम हैं। उन्हें एम्स में जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। पिछले दो दिनों से लगातार उनकी तबीयत में गिरावट देखी जा रही थी।
आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण आदि के बाद 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था। मधुमेह के शिकार 93 वर्षीय भाजपा नेता का एक ही गुर्दा काम करता है।
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ। अपनी प्रतिभा, नेतृत्व क्षमता और लोकप्रियता के कारण वे चार दशकों से भी अधिक समय से भारतीय संसद के सांसद रहे। इसके अलावा दो बार भारत के प्रधानमंत्री पद पर भी सुशोभित हुए।
अटल जी अपनी सात्विक राजनीति और संवेदनशीलता के लिए जाने जाते हैं। उनके भाषणों का ऐसा जादू कि लोग सुनते ही रहना चाहते हैं। वाजपेयी ने तबीयत के चलते कई साल पहले सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था।