इस्लाम के नाम पर कश्मीरी युवाओं का जीवन बर्बाद कर रहा पाकिस्तान, आतंकी की पत्नी ने भारत लौट सुनाई आपबीती
By अनिल शर्मा | Updated: December 31, 2021 12:38 IST2021-12-31T12:19:48+5:302021-12-31T12:38:03+5:30
रजिया ने कहा कि पाकिस्तान में जो भी है वो सिर्फ नाम का है। वहां कुछ भी नहीं है। वहां कोई इंसानियत नहीं है। मेरे लिहाज में वहां तो कोई इंसानियत नहीं है।

इस्लाम के नाम पर कश्मीरी युवाओं का जीवन बर्बाद कर रहा पाकिस्तान, आतंकी की पत्नी ने भारत लौट सुनाई आपबीती
कश्मीरः कुछ हफ्ते पहले भारत लौटीं एक आतंकी की पत्नी रजिया बीबी ने पाकिस्तान की पूरी पोल पट्टी खोल दी है। रजिया ने कहा कि वहां बिल्कुल भी इंसानियत नहीं है।
रजिया बताती हैं कि यहां आए तकरीबन 15 दिन हो गए हैं। काफी सुकून में हूं। सुकून से सो तो सकती हूं। बच्चों की चिंता नहीं होती है, वे दिनभर खेलते रहते हैं। जिस हिसाब से वे कह रहे थे कि भारत में ये होगा, वो होगा, मुझे यहां आकर काफी सुकून मिला। मेरे बच्चों का बहुत ख्याल रखा गया।
#WATCH | Razia Bibi, a Kashmiri woman who was married to a Pakistani terrorist & abandoned by Hizb leadership to her fate upon his husband's death, says, "The lives of youths of Kashmir are being ruined by misusing the name of Islam" pic.twitter.com/JqRG4AwgIj
— ANI (@ANI) December 30, 2021
रजिया ने कहा कि वे अपनो का ही ख्याल नहीं रखते तो यहां से जानेवालों का क्या रखेंगे। मैं एक आतंकी की पत्नी हूं लेकिन मेरा यहां बहुत अच्छे से ख्याल रखा जा रहा है। मेरे घर, मेरे बच्चों का काफी अच्छे से देखभाल किया गया। मेरा समर्थन भी भारत को ही है।
रजिया ने कहा कि पाकिस्तान में जो भी है वो सिर्फ नाम का है। वहां कुछ भी नहीं है। वहां कोई इंसानियत नहीं है। मेरे लिहाज में वहां तो कोई इंसानियत नहीं है।
रजिया बीबी, एक कश्मीरी महिला, जिसकी शादी एक पाकिस्तानी आतंकवादी से हुई थी। पति की मृत्यु के बाद हिज़्ब नेतृत्व ने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया था। रजिया वहां के हालात देख भारत लौट आईं। रजिया कहती हैं, वहां इस्लाम के नाम का दुरुपयोग करके कश्मीर के युवाओं का जीवन बर्बाद किया जा रहा है।
भारत कैसे आईं, इस बात का जवाब देते हुए रजिया ने कहा कि मैंने कुछ पैसे जमा किए और भारत वापस जाने का फैसला किया। भारत वापस आना एक बहुत अच्छा फैसला था। मेरे बच्चे वाकई खुश हैं। पाकिस्तान अपने नागरिकों की परवाह नहीं करता, यहां से जाने वालों का क्या करेगा? पाकिस्तान में इंसानियत नहीं।