पाकिस्तान ने दोबारा सक्रिय किए सात लॉन्च पैड, 275 जिहादियों को LoC पार कराने को तैयारी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 11, 2019 08:34 AM2019-09-11T08:34:30+5:302019-09-11T08:34:30+5:30
पाकिस्तान ने यह कदम ऐसे वक्त में उठाया है जब फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स में अगले महीने पाकिस्तान के आर्थिक भविष्य पर फैसला लिया जाना है।
पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल के निकट अपने सात टेरर लॉन्च पैड्स को दोबारा सक्रिय कर दिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इन लॉन्च पैड से 275 जिहादियों को सीमापार कराने की तैयारी की जा रही है जिसमें अफगान और पश्तून आतंकवादी शामिल हैं। पाकिस्तान ने यह कदम ऐसे वक्त में उठाया है जब फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स में अगले महीने पाकिस्तान के आर्थिक भविष्य पर फैसला लिया जाना है।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से लिखा है कि अफगान और पश्तून जिहादियों को आतंक के लिए कश्मीर में भेजना कोई नया नहीं है। पाकिस्तान पहले भी ऐसी हरकत करता रहा है। इसकी शुरुआत 1990 से हुई थी जब पाकिस्तान ने घाटी में इंडिया के खिलाफ प्रॉक्सी वार शुरू किया था।
आतंक के वित्तपोषण और धन शोधन की वैश्विक निगरानी संस्था एफएटीएफ का एशिया प्रशांत समूह अगले हफ्ते पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों की समीक्षा करेगा। पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल वित्तीय कार्रवाई कार्यबल के अधिकारियों से मिलने के लिए 7 सिंतबर को बैंकॉक रवाना होगा। उनकी बैठक 8 से 10 सितंबर तक होगी। बैठक के दौरान पाकिस्तान एफएटीएफ को बताएगा कि उसने प्रतिबंधित संगठनों की गतिविधियों पर काबू पाने और उनकी संपत्ति को जब्त करने के लिए क्या कदम उठाए हैं।
इस रिपोर्ट के मूल्यांकन के आधार पर यह तय होगा कि एफएटीएफ पाकिस्तान को निगरानी सूची से काली सूची में डालता है या नहीं। इस रिपोर्ट के अलावा पाकिस्तान को एफएटीएफ द्वारा पूछे गए 100 अतिरिक्त सवालों के जवाब भी देने होंगे।
कुछ दिनों पहले भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी कहा था कि पाकिस्तान ने कश्मीर में घुसपैठ के लिए करीब 230 आतंकवादियों को तैयार कर रखा है और उनमें से कुछ अशांति फैलाने के आदेश के साथ सीमा पार भी कर चुके हैं। डोभाल ने कहा कि सीमा के 20 किलोमीटर इलाके के दायरे में पाकिस्तानी संचार टावर हैं जहां से वे आतंकवादियों को संदेश भेज रहे हैं।
सुरक्षा सलाहकार ने कहा, ‘‘हमने उनके संदेश सुने जिसमें उन्होंने अपने लोगों से कहा ‘सेव के इतने ट्रक कैसे चल रहे हैं। क्या तुम उन्हें नहीं रोक सकते? क्या हम तुम्हें बंदूकों के बजाए चूड़ियां भेजें’।’’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर को पाकिस्तान की “दुखती रग” बताया था। खान ने कहा कि उनकी सरकार ने वैश्विक राजधानियों और संयुक्त राष्ट्र में सक्रिय कूटनीतिक अभियान शुरू किया ताकि वैश्विक समुदाय को कश्मीर के बारे में बताया जा सके जिसका विशेष दर्जा भारत ने पांच अगस्त को खत्म कर दिया था। इमरान खान ने भारत के साथ युद्ध की भी संभावना जताई थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर