गुजरात स्थानीय निकाय चुनाव में 60 प्रतिशत से अधिक मतदान
By भाषा | Published: February 28, 2021 09:47 PM2021-02-28T21:47:39+5:302021-02-28T21:47:39+5:30
अहमदाबाद, 28 फरवरी गुजरात की 81 नगरपालिकाओं, 31 जिला पंचायतों और 231 तालुका पंचायतों के चुनाव में 60 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया जो रविवार को बूथ कब्जाने की एक घटना और कुछ स्थानों पर ईवीएम में खराबी की घटनाओं को छोड़कर कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने कहा कि अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, 81 नगरपालिकाओं में 54.95 प्रतिशत मतदान, 31 जिला पंचायतों में 62.41 प्रतिशत मतदान और 231 तालुका पंचायत में 63.42 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
एसईसी ने कहा कि इन सभी स्थानीय निकायों में मतदान का औसत प्रतिशत लगभग 60.26 प्रतिशत रहा।
पुलिस ने कहा कि दाहोद जिले के झालोद तालुका के घोडिया गांव में एक बूथ पर तब कब्ज़ा करने का प्रयास किया गया, जब तीन व्यक्ति जबर्दस्ती अंदर घुस गए और वहां रखी दो ईवीएम को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने कहा कि अपराह्न लगभग 2 बजे हुई इस घटना के बाद मतदान रोक दिया गया।
चुनाव कर्मचारियों ने क्षतिग्रस्त ईवीएम एकत्रित की और कहा कि वे संग्रहीत डेटा को पुनः प्राप्त करने की कोशिश करेंगे, और फिर से चुनाव कराना है या नहीं इसका निर्णय चुनाव आयोग द्वारा लिया जाएगा।
पुलिस ने कहा कि तीन व्यक्तियों में से एक को पकड़ लिया गया है जबकि दो अन्य भागने में सफल रहे और उन्हें पकड़ने का प्रयास जारी है।
एक अन्य घटना में, अहमदाबाद जिले के विरमगाम तालुका में एक मतदान केंद्र के पास तब कुछ व्यक्ति घायल हो गए जब प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों का समर्थन करने वाले दो गुटों में झड़प और पथराव हो गया।
पुलिस ने कहा कि उसने स्थिति को नियंत्रित किया और इस संबंध में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
एक अधिकारी ने कहा कि घटना के कारण मतदान प्रभावित नहीं हुआ। अधिकारी ने कहा कि आगे की जांच चल रही है।
पुलिस ने कहा कि दक्षिण गुजरात में तापी जिले के व्यारा नगरपालिका में एक बूथ के पास एक मामूली झड़प हुई, जिसमें भाजपा का प्रतिनिधित्व करने वाले और एक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थक समूह आमने-सामने आ गए। हालांकि, स्थिति जल्द ही नियंत्रित कर ली गई।
दाहोद जिले के सिंगवाड और झालोद तालुका में दो राजनीतिक दलों के सदस्यों के बीच भी झड़प की सूचना है। कुछ ग्रामीणों द्वारा मतदान का बहिष्कार करने के भी कुछ मामले सामने आये।
आदिवासी बहुल जिलों पंचमहाल और छोटा उदेपुर के कुछ गांवों में, लोगों ने अपने क्षेत्र में ‘‘विकास की कमी’’ के खिलाफ अपने विरोध को रेखांकित करने के लिए चुनावी प्रक्रिया से दूर रहने का फैसला किया।
भावनगर के एक मतदान केंद्र पर ईवीएम में तकनीकी खराबी की सूचना मिली।
मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे समाप्त हुआ।
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल सहित भाजपा सरकार के कई मंत्रियों और सांसदों ने गुजरात के विभिन्न बूथों पर मतदान किया।
पटेल ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मेहसाणा जिले के अपने पैतृक स्थान कादी नगर पालिका में अपना वोट डाला।
केंद्रीय पंचायती राज और कृषि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और भाजपा के राज्यसभा सांसद जुगलजी ठाकोर उन नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने शुरुआती घंटों में वोट डाला।
कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने भी अहमदाबाद जिले के विरामगाम में एक बूथ पर मतदान किया।
एसईसी के अनुसार, गुजरात में 81 नगरपालिकाओं, 31 जिला पंचायतों और 231 तालुका पंचायतों में कुल 8,474 सीटें हैं, जिनमें से 237 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध रहे और तालुका पंचायत की दो सीटों के लिए कोई पर्चा नहीं भरा गया। उसने कहा कि इस प्रकार, चुनाव कुल 8,235 सीटों के लिए हुए।
एसईसी ने कहा कि 8,235 सीटों के लिए, भाजपा ने 8,161 उम्मीदवार, कांग्रेस ने 7,778, आम आदमी पार्टी (आप) ने 2,090, उम्मीदवार मैदान में उतारे।
पारंपरिक प्रतिद्वंद्वियों- भाजपा और कांग्रेस के अलावा, आप और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम भी इस बार गुजरात में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए मैदान में थी।
तालुका पंचायतों में दो सीटों और नगरपालिकाओं की 24 सीटों के लिए उपचुनाव भी हुआ।
वोटों की गिनती 2 मार्च को होगी।
21 फरवरी के चुनाव में, भाजपा ने सभी छह नगर निगमों में बहुमत के साथ जीत हासिल की।
दूसरे चरण के चुनाव में कुल 3.04 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं।
सुचारू मतदान सुनिश्चित करने के लिए राज्य रिज़र्व पुलिस और सीएपीएफ की 12 कंपनियों सहित 44,000 से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ-साथ 54,000 होमगार्ड तैनात किए गए।
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