राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि देश में विपक्ष को लोकसभा चुनाव से पहले (मुद्दों में) धार एवं नयापन लाना चाहिए तथा जहां भी क्षेत्रीय दल मजबूत है, वहां उन्हें आगे रहने देना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलायी गयी विपक्षी दलों की डिजिटल बैठक में अपने संबोधन में राजद नेता ने कहा कि हाल में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी, बिहार में राजग मुश्किल से रहा , ये चीजें 2024 की बड़ी लड़ाई के लिए प्रेरणा पुंज हो सकती है। अपने पिता लालू प्रसाद यादव की छाया से बाहर निकलकर पिछली साल बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को शानदार स्थिति में पहुंचाने वाले 33 वर्षीय तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्ष को अपने चुनावी मुद्₨दों में ‘‘धार’’ और ‘‘नयापन’’ लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘ विपक्ष को अपने एजेंडे पर चुनाव लड़ना चाहिए.....पश्चिम बंगाल और बिहार के अनुभव ने दिखा दिया है कि कैसे हमें भाजपा को टक्कर देनी चाहिए।’’ उनकी पार्टी राजद बिहार में भले ही विपक्ष में आयी लेकिन उसके (राजद के) पास सबसे अधिक विधायक हैं। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ हमें अभी से ही अपनी रणनीति पर काम शुरू कर देना चाहिए। विपक्ष पिछले सात सालों से घिसे पीटे मार्ग पर चला है... हम जो मुद्दा उठाते हैं, उनमें हमें ‘धार’ एवं ‘नयापन’ लाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपने गठबंधनों को अंतिम रूप देने के साथ ही ‘सड़कों पर उतरना’ शुरू कर देना चाहिए क्येांकि चुनाव से महज पहले गठजोड़ करने से लोगों के दिमाग में भ्रम पैदा हो जाता है। तेजस्वी यादव ने इस बात पर अफसोस जताया कि विपक्ष के हाथ में कई मुद्दे हैं लेकिन वह जनाक्रोश के बाद भी उन्हें भुना नहीं पाया। उन्होंने राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर विपक्षी दलों के बीच बेहतर संवाद की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ विपक्ष को विभिन्न दलों के बीच एकता, साझे दृष्टिकोण एवं कार्यक्रम का संदेश देकर भरोसेमंद विकल्प पेश करना चाहिए। इसके अलावा, जिन राज्यों में क्षेत्रीय दल मजबूत है, वहां उन्हें ही आगे रहने देना चाहिए।’’ उन्होंने विपक्षी दलों से नरेंद्र मोदी सरकार पर जाति आधारित जनगणना के लिए दबाव बनाने की भी अपील की।
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