“ऑपरेशन सिंदूर: संयुक्त भारत की प्रतिक्रिया” विषय पर संवाद का आयोजन, शाजिया इल्मी, शाहनवाज हुसैन समेत इन नेताओं ने कही अपनी बात
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 23, 2025 09:28 IST2025-06-23T09:25:58+5:302025-06-23T09:28:08+5:30
Operation Sindoor: यह संवाद मंच देश की प्रमुख राजनीतिक, शैक्षणिक और रणनीतिक हस्तियों को एकत्रित कर उनके विचार साझा कर रहा है

“ऑपरेशन सिंदूर: संयुक्त भारत की प्रतिक्रिया” विषय पर संवाद का आयोजन, शाजिया इल्मी, शाहनवाज हुसैन समेत इन नेताओं ने कही अपनी बात
Operation Sindoor: राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति की भावना के साथ, वीर अब्दुल हमीद विचार मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम “ऑपरेशन सिंदूर: संयुक्त भारत की प्रतिक्रिया– एक वैश्विक मिशन से गूंजती देशभक्ति" में कई अतिथियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान कार्यक्रम की शुरुआत में गोविंदा मिश्रा, सह-संयोजक ने कार्यक्रम का समन्वयन करते हुए कहा, "ऑपरेशन सिंदूर भारत की बहादुरी और एकता की कहानी है। यह कार्यक्रम एक कोशिश है कि हम अपने वीरों को सम्मान दें , झूठे प्रचार का जवाब दें और हर भारतीय को गर्व और मकसद से जोड़े।"
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए शाहनवाज हुसैन ने कहा, "वतन मोहब्बत में चालाकी नहीं होनी चाहिए। हिंदुस्तान जिंदाबाद कहना कोई एहसान नहीं बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। मैं भारत के नागरिकों को सलाम करता हूं कि जिन्होंने पाकिस्तान की नापाक साजिशों को नाकाम कर दिया।"
इस संवाद कार्यक्रम में शाजिया इल्मी को मुख्य वक्ता के रूप में बुलाया गया था। जिन्होंने मंच को संबोधित करते हुए कहा, "देश की सुरक्षा केवल प्रधानमंत्री और सेना की जिम्मेदारी नहीं है यह हम सभी की साझी जिम्मेदारी है। हमें भारत की अखंडता और संप्रभुता के लिए सजग और स्वावलंबी रहना होगा। हमारे ऊपर कोई मालिक नहीं है भारत आत्मनिर्भर है।"
सय्यद अहसन अख्तर, संयोजक, ने एक भावनात्मक स्वागत भाषण में कहा: "यह कोई आम सभा नहीं है, बल्कि एक जज्बा है – यह उन सवालों का जवाब है जो भारत की नीयत और प्रतिबद्धता पर उठाए गए। ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखाया कि भारत अब खामोश तमाशबीन नहीं हक और इंसाफ की बुलंद आवाज है।
उन्होंने कहा कि हम उन प्रतिनिधियों को सलाम करते हैं जो अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस और जापान आदि देशों में जाकर साफ संदेश लेकर गए कि ऑपरेशन सिंदूर कोई प्रोपेगैंडा नहीं बल्कि एक न्यायोचित रणनीतिक कार्रवाई थी।
बता दें कि रविवार, 22 जून 2025 को दोपहर 2:00 बजे, कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, केंद्रीय सचिवालय के पास, नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम भारत समसामयिक आंतरिक एवं बाह्य चुनौतियों के प्रति एकजुट रणनीतिक, नागरिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण को उजागर करने वा उद्देश्य रखता है।
आज जब राष्ट्र को एकजुट सोच, रणनीतिक दृष्टि और साझा जिम्मेदारी की आवश्यकता है, तब यह संवाद मंच देश की प्रमुख राजनीतिक, शैक्षणिक और रणनीतिक हस्तियों को एकत्रित कर उनके विचार साझा किए।