जम्मू कश्मीरः घाटी में ऑपरेशन ऑल आउट का कहर, 22 आतंकियों की लिस्ट तैयार, 1 ढेर
By भारती द्विवेदी | Published: June 23, 2018 11:43 AM2018-06-23T11:43:56+5:302018-06-23T11:43:56+5:30
सेना द्वारा तैयार किए गए इस लिस्ट में हिजबुल मुजाहिद्दीन के 11, लश्कर-ए-तैयबा के सात, जैश-ए-मोहम्मद के दो और अंसार गजावत उल-हिंद के आतंकी शामिल हैं।
नई दिल्ली, 23 जून: जम्मू-कश्मीर में हो रही आंतकी गतिविधियों पर केंद्र सरकार का रूख सख्त है। आतंक के खिलाफ सेना ने 'ऑपरेशन ऑल आउट' शुरू किया है। इसके तहत सेना ने 22 खूंखार आंतकियों की लिस्ट तैयार की है। उन 22 आंतकियों में से एक आंतकी को सेना 22 जून को मार दिया था। मार गए आतंकी की पहचान दाउद अहमद सोफी के तौर पर की गई थी। वो इस्लामिक स्टेट के लिए काम करता था।
सेना द्वारा तैयार किए गए इस लिस्ट में हिजबुल मुजाहिद्दीन के 11, लश्कर-ए-तैयबा के सात, जैश-ए-मोहम्मद के दो और अंसार गजावत उल-हिंद के आतंकी शामिल हैं। 22 आतंकियों की लिस्ट में अंसार गजावत उल-हिंद का आतंकी जाकिर मूसा, लश्कर आतंकी मोहम्मद नावेद जट, हिजबुल मुजाहिद्दीन प्रमुख डॉक्टर सैफुल्ला, अल्ताफ कचरू उर्फ मोइन-उल-इस्लाम, समीर अहमद जैसे नाम शामिल हैं। इनमें ज्यादातर आतंकी कश्मीर के ही रहने वाले हैं, कुछ पाकिस्तान से भी हैं।
इसके अलावा केंद्र सरकार ने ये भी फैसला किया है कि 'ऑपरेशन ऑल आउट' के तहत मारे जाने वाले आतंकियों की लाश मुठभेड़ वाली जगह ही दफनाई जाएगी। लाश को उनके परिवार वालों को नहीं सौंपा जाएगा। आतंकियों के जानजा में उमड़ने वाली भीड़, शहीदों जैसा मिलने वाला ट्रीटमेंट, जिससे की घाटी में नए युवक गुमराह होते हैं। इस देखते हुे सरकार ने ये फैसला किया है।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा ने महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के साथ मिलकर पहली बार सरकार बनाया था। पिछले चार सालों से चल रही गठबंधन की इस सरकार का 19 जून (मंगलवार) को भाजपा की तरफ से खत्म कर दिया गया था। भाजपा ने घाटी के हालातों का हावाला देते हुए पीडीपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया। जिसके बाद महबूबा मुफ्ती को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा। फिलहाल जम्मू-कश्मीर में 6 महीने का राज्यपाल शासन लग चुका है।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें