अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो सकता है एक अप्रैल से
By सुरेश एस डुग्गर | Published: March 9, 2023 03:57 PM2023-03-09T15:57:12+5:302023-03-09T16:03:26+5:30
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि आगामी एक अप्रैल से अमरनाथ दर्शन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
जम्मू: जम्मू कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा की तैयारियां आरंभ हो गई हैं पर अभी तक इसकी न ही तारीखों की घोषणा हो पाई है और न ही यह निर्णय लिया जा सका है कि कितने लोगों को शिरकत करने की अनुमति दी जाएगी। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि एक अप्रैल से ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। अधिकारियों का कहना है कि 1 अप्रैल इसलिए संभावित तारीख मानी जा रही है क्योंकि फरवरी महीने में होने वाली अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सदस्यों की बैठक फिलहाल नहीं हो पाई है।
हालांकि यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार अमरनाथ यात्रा 60 दिन की हो सकती है क्योंकि इस बार श्रावण पूर्ण्रिमा 30 अगस्त को है और पहला दर्शन एक जुलाई को होगा। यात्रा में बहुसंख्यक यात्रियों के आने की संभावना को ध्यान में रखते हुए ही प्रशासन अभी से तैयारियों में जुट गया है। श्राइन बोर्ड के अधिकारियों का कहना था कि यात्रा की तिथियों और अन्य प्रबंधों की घोषणा के लिए जल्द श्राइन बोर्ड की ओर से बैठक बुलाई जा रही है।
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारी कहते थे कि अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण अप्रैल से बैंकों के जरिये शुरू होगा। रोजाना 20 हजार श्रद्धालुओं का पंजीकरण होगा। इसके साथ ही यात्रा के दौरान आन स्पाट पंजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी लेकिन वे इस पर चुप्पी साधे हुए हैं कि यात्रा के लिए कितने यात्रियों को अनुमति दी जाएगी।
अमूमन अप्रैल की शुरूआत में यात्रा के लिए अग्रिम यात्री पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है। इसके साथ पवित्र गुफा और यात्रा ट्रैक पर जल्द बर्फ हटाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसमें बेस कैंपों और प्रमुख ट्रैक स्थलों पर सिविल कार्य भी शुरू किए जा रहे हैं।
इसके लिए अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से निविदाएं मांगी गई हैं। बोर्ड की ओर से मांगी गई निविदाओं में हेलिपेड स्थल पर बर्फ हटाना, पवित्र गुफा के पास हटमेंट क्षेत्र, पंडाल क्षेत्र, बेस अस्पताल साइट, क्लाक रूम, शू रैक साइट, बुक काउंटर साइट, शेड, पवित्र गुफा के निचले क्षेत्र में बेस अस्पताल व शौचालय स्थल, कैंप डायरेक्टर, हट क्षेत्र, हेली सेवा स्टाफ आवास, सेवा प्रदाता क्षेत्र, शेषनाग कैंप, वावबाल व एमजी टाप शेषनाग आदि स्थल शामिल हैं।
बोर्ड के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि अप्रैल से ऑनलाइन मोड के माध्यम से श्रद्धालु यात्रा के लिए पंजीकरण करवा पाएंगे। यात्रा को सफल बनाने के लिए तैयारियां आरंभ कर दी गई हैं। दक्षिण कश्मीर में पवित्र गुफा में हिमलिंग के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की आवाजाही के लिए आरएफआइडी आधारित ट्रैकिंग की जाएगी।