समूचे देश को प्याज ने रूलाया, राजस्थान और कर्नाटक प्याज के दाम को करेंगे नियंत्रित
By एसके गुप्ता | Published: November 6, 2019 08:47 AM2019-11-06T08:47:33+5:302019-11-06T08:47:33+5:30
महाराष्ट्र के लासलगांव स्थित सबसे बड़ी प्याज मंडी में प्याज का दाम 55 रु. किलो पार कर गया है.
समूचे देश में प्याज के बढ़ते दाम को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने राजस्थान और कर्नाटक से प्याज आवक करने का निर्णय किया है. देश में प्याज के दाम आसमान छूने लगे हैं. केंद्रीय उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने प्याज और टमाटर के दामों को लेकर बैठक की है. इसमें प्याज की आवक राजस्थान और कर्नाटक से देश की मंडियों में पहुंचाने के लिए दो टीमों का गठन किया गया है. ये टीमें बुधवार को रवाना होंगी. जहां से अगले 10 दिनों में प्याज की आवक आने से देश की मंडियों में प्याज के दाम नियंत्रित हो सकेंगे.
केंद्रीय उपभोक्ता सचिव अविनाश श्रीवास्तव ने 'लोकमत' को बताया कि उन्होंने विदेश मंत्रालय के सचिव से कहा है कि देश में बेमौसम बारिश के कारण महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में प्याज की पैदावार कम हुई है. जिससे प्याज की आवक मंडियों में कम आ रही है. ऐसे में वह टर्की, इजिप्त, ईरान के राजदूतों को पत्र लिखें और इन देशों से भारत के व्यापारियों को प्याज आयात करने में सहयोग करें.
बैठक में यह भी बताया गया कि 12 नवंबर तक दिल्ली में 2500 मैट्रिक टन प्याज मिस्त्र और नीदरलैंड से पहुंच जाएगी. राजस्थान और कर्नाटक सरकार ने भी भरोसा दिलाया है कि प्याज की नई फसल जल्द ही वह मंडियों को भेजेगा. इससे प्याज के दाम नियंत्रित होंगे.
मदर डेयरी में मिलेगा 48 किलो टमाटर
उपभोक्ता सचिव अविनाश कुमार ने बैठक में मदर डेयरी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वह टमाटर की कीमतें नियंत्रित करने के लिए 48 रु. किलो की दर से टमाटर की बिक्री कल शुरू करे. दरअसल बाढ़ के कारण राज्यों में टमाटर की फसल को भी क्षति हुई है. जिससे मंडियों में टमाटर की आवक में कमी आई है.