ओणम उपहार विवाद: पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे वाम पार्षदों को हटाने के लिए बल प्रयोग किया
By भाषा | Published: September 1, 2021 08:39 PM2021-09-01T20:39:33+5:302021-09-01T20:39:33+5:30
कोच्चि में यूडीएफ शासित त्रिक्काकारा नगर पालिका में बुधवार को तब तनाव व्याप्त हो गया जब पुलिस ने एलडीएफ के उन पार्षदों को हटाने के लिए कथित रूप से बल प्रयोग किया जो नगरपालिका अध्यक्ष अजिता तंकप्पन के खिलाफ उनके कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। तंकप्पन ओणम के दौरान सभी सदस्यों को कथित तौर पर गुप्त रूप से पैसे बांटने के लिए सतर्कता जांच का सामना कर रही हैं।माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ पार्षदों ने तब विरोध प्रदर्शन किया जब तंकप्पन ने अपराह्न में अपने कार्यालय में प्रवेश किया, जिसे नगर सचिव ने सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (वीएसीबी) के निर्देश के बाद सील कर दिया था।त्योहार से पहले सभी सदस्यों को ओणम उपहार के रूप में 10,000 रुपये के कथित वितरण के सीसीटीवी फुटेज जैसे डिजिटल साक्ष्य एकत्र करने के लिए कार्यालय को सील किया गया था।जब नगरपालिका अध्यक्ष ने शाम को कार्यालय से निकलने के लिए पुलिस से मदद मांगी, तो एलडीएफ सदस्यों ने नारेबाजी की और सील किए गए कार्यालय में प्रवेश करने के लिए उनकी गिरफ्तारी की मांग की।जब एलडीएफ सदस्यों ने उनके कक्ष के सामने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा तब पुलिस ने कथित तौर पर उन्हें हटाने के लिए बल प्रयोग किया। बाद में एलडीएफ पार्षदों ने इसका विरोध करते हुए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।एलडीएफ पार्षदों का आरोप है कि तंकप्पन ने विपक्षी सदस्यों सहित 43 पार्षदों में से प्रत्येक को अपने केबिन में बुलाने के बाद गुप्त रूप से ‘‘ओनाक्कोडी’’ (नये कपड़े) के साथ सीलबंद लिफाफे में 10,000 रुपये वितरित किए थे।उन्होंने दावा किया कि 18 पार्षदों ने बाद में राशि वापस कर दी थी क्योंकि उन्हें पैसे के स्रोत के बारे में संदेह था। उन्होंने कथित घटना की जांच की मांग करते हुए सतर्कता विभाग में एक शिकायत भी दर्ज करायी थी जिसमें आरोप लगाया गया कि भ्रष्ट तरीकों से धन एकत्र किया गया था।तंकप्पन ने इन सभी आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज करते हुए कहा है कि यह यूडीएफ शासित नगर पालिका प्रशासन को गिराने के लिए विपक्षी माकपा द्वारा जारी प्रयासों का हिस्सा है।
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