1992 के दिन कार सेवकों ने बाबरी ढांचा गिराया, सजा कब, पुनर्विचार याचिका का समर्थनः अकबरुद्दीन
By भाषा | Published: December 3, 2019 08:23 PM2019-12-03T20:23:03+5:302019-12-03T20:23:40+5:30
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने छह दिसम्बर को बाबरी मस्जिद ढहाने ढहाये जाने की बरसी से पहले यूनाइटेड मुस्लिम एक्शन कमेटी के तत्वावधान में सोमवार देर रात आयोजित एक विरोध बैठक में कहा, ‘‘हमें न्याय पर भरोसा है। यह विश्वास हमें पुनर्विचार याचिका दायर करने के लिए कह रहा है। हमें इस देश के संविधान पर भरोसा है।’’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि अयोध्या मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) पुनर्विचार याचिका दायर करने वाला है।
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई एवं विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने हैरानी जताई कि 1992 में बाबरी मस्जिद ढहाने के लिए जिम्मेदार लोगों को कब सजा मिलेगी। उन्होंने छह दिसम्बर को बाबरी मस्जिद ढहाने ढहाये जाने की बरसी से पहले यूनाइटेड मुस्लिम एक्शन कमेटी के तत्वावधान में सोमवार देर रात आयोजित एक विरोध बैठक में कहा, ‘‘हमें न्याय पर भरोसा है। यह विश्वास हमें पुनर्विचार याचिका दायर करने के लिए कह रहा है। हमें इस देश के संविधान पर भरोसा है।’’
LIVE: Akbaruddin Owaisi addressing Ehtajaji Jalsa, organised by @aimim_national to mark 27 years of Babri Masjid's demolition. https://t.co/TKOpxgfQH9
— AIMIM (@aimim_national) December 2, 2019
अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘‘हमें अपने देश की अदालत पर भरोसा हैं। इसलिए हम पुनर्विचार याचिका दायर कर रहे हैं। इसे किसी गलत ढंग से नहीं देखा जाना चाहिए।’’ बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया। एआईएमआईएम द्वारा मीडिया को जारी इस प्रस्ताव के अनुसार बैठक में कहा गया है कि बाबरी मस्जिद/राम जन्मभूमि के मालिकाना हक पर फैसला ‘‘मुस्लिमों को स्वीकार्य नहीं है।’’
प्रस्ताव के अनुसार मालिकाना हक पर शीर्ष अदालत के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के एआईएमपीएलबी के फैसले का समर्थन किया गया। एआईएमपीएलबी ने पहले कहा था कि पुनर्विचार याचिका नौ दिसम्बर तक दाखिल की जायेगी। बोर्ड ने हाल में कहा था कि देश में 99 प्रतिशत मुसलमान फैसले की समीक्षा चाहते है।