कोटा से बीजेपी सांसद ओम बिरला बने लोकसभा स्पीकर, पीएम मोदी ने तारीफ में पढ़े कसीदे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 19, 2019 11:30 AM2019-06-19T11:30:45+5:302019-06-19T11:30:45+5:30
ओम बिरला के लोकसभा स्पीकर चुने जाने पर पीएम मोदी ने छात्र राजनीति के दौरान उनके साथ किए काम को याद किया और आगे की जिम्मेदारी की लिए उन्हें धन्यावाद दिया..
बीजेपी के दो बार के सांसद ओम बिरला ने लोकसभा स्पीकर (लोकसभा अध्यक्ष) चुने गए। राजस्थान में कोटा-बूंदी संसदीय सीट से जीतने वाले ओम बिरला के लोकसभा स्पीकर चुने जाने पर पीएम मोदी ने जमकर उनकी तारीफ किया।
पीएम मोदी ने कहा कि हम सबके लिए गर्व का विषय है कि स्पीकर पद पर आज हम ऐसे व्यक्ति का अनुमोदन कर रहे हैं, जिन्होंने छात्र राजनीति से ही जीवन का सर्वाधिक उत्तम समय, बिना किसी ब्रेक के समाज की किसी न किसी गतिविधि में व्यतीत किया है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा का काशी कहे जाने वाला राजस्थान के कोटा का परिवर्तन, जिसके योगदान से हुआ है वो नाम है ओम बिरला जी। समाज जीवन में कहीं भी पीड़ा उनको नजर आई तो पहले बिरला जी पहले पहुंचने वाले व्यक्तियों में से रहे।
पीएम मोदी ने कहा कि आम तौर पर राजनीतिक जीवन में ये छवि बनी रहती है कि राजनेता 24 घंटे राजनीतिक उठापटक करते हैं। लेकिन वर्तमान में देश ने अनुभव किया है कि राजनीतिक जीवन में जितनी अधिक सामाजिक सेवा रहती है, उतनी अधिक मान्यता मिलती है। ओम बिरला जी की पूरी कार्यशैली समाज सेवा से जुड़ी रही है।
बिरला हमें प्रेरित करेंगे। मुझे विश्वास है कि बिरला अपने काम को उत्तम तरीके से कर पाएंगे। बिरला जी बहुत विनम्र और शालीन हैं, मुझे कभी-कभी डर लगता है कि कोई उनकी विनम्रता और शालीनता का कभी दुर्पुयोग न कर दे।
सुमित्रा महाजन की जगह लेंगे ओम बिरला
बिरला (57) राजस्थान से तीन बार विधायक और दो बार सांसद रहे हैं। बिरला लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर आठ बार सांसद रही सुमित्रा महाजन का स्थान लेंगे। आमतौर पर लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए वरिष्ठता क्रम पर विचार किया जाता है लेकिन ऐसे भी मौके रहे हैं जब एक बार और दो बार के निर्वाचित सांसद अध्यक्ष बने हैं।
मनोहर जोशी को 2002 में लोकसभा अध्यक्ष चुना गया था और तब वह पहली बार ही सांसद बने थे। उन्होंने दो बार के सांसद जीएमसी बालयोगी का स्थान लिया था जिनकी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी।
बिरला का मोदी-शाह कनेक्शन
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार ओम बिरला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। प्रधानमंत्री ने खुद लोकसभा स्पीकर पद के लिए बिरला के नाम का प्रस्ताव किया था। लोकसभा अध्यक्ष बनने से बिरला राजस्थान के हाड़ौती अंचल से देश के एक प्रमुख संवैधानिक पद पर विराजने वाले वे पहले नेता बन गए हैं।
छात्र जीवन से RSS से जुड़े
राजनीतिक जानकारों के अनुसार, बिरला छात्र जीवन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े हैं, इसके बाद वह भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) से जुड़े रहे और जिला एवं राज्य स्तर पर इसकी अगुवाई की। बिरला ने 2003 में राजस्थान विधानसभा चुनावों में कोटा दक्षिण सीट पर कांग्रेस के दिग्गज शांति धाड़ीवाल को हराकर सक्रिय राजनीति में कदम रखा। वह लगातार तीन बार विधायक रहे। इस दौरान भाजपा में बिरला का कद लगातार मजबूत हुआ।
ओम बिरला का राजनीतिक कद
साल 2014 के आम चुनाव में पार्टी ने उन्हें कोटा सीट से लोकसभा प्रत्याशी बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की। साल 2019 के आम चुनाव में बिरला ने कांग्रेस के रामनारायण मीणा को 2,79,677 मतों से हराया। दस्तावेजों के अनुसार, बिरला का जन्म 23 नवंबर 1962 को हुआ. उनके पिता श्रीकृष्ण बिरला सरकारी सेवा में थे जबकि मां शकुंतला गृहिणी थीं.
ओम बिरला की शिक्षा
57 वर्षीय बिरला के लिए कोटा जन्मभूमि व कर्मभूमि दोनों रही है। उन्होंने स्कूली शिक्षा कोटा के गुमानपुरा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से की और उसके बाद बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से बी.कॉम व एम.कॉम किया। उनकी शादी अमिता से हुई और उनके दो बेटियां अंजली, आकांक्षा हैं. अमिता पेशे से चिकित्सक हैं।