25 मई तक 61 लाख लाभार्थियों की वृद्धावस्था पेंशन सत्यापन?, यूपी में फर्जी तरीके से निकाल रहे पैसा, जानें
By राजेंद्र कुमार | Updated: May 21, 2025 17:00 IST2025-05-21T16:43:30+5:302025-05-21T17:00:32+5:30
योगी सरकार वृद्धजनों की सहायता के लिए इन वित्तीय वर्ष में पांच लाख और पात्रों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ देगी.

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लखनऊः उत्तर प्रदेश में फर्जी तरीके से वृद्धावस्था पेंशन का लाभ लेने की मिली शिकायतों के बाद योगी सरकार वृद्धावस्था पेंशन के करीब 61 लाख लाभार्थियों का सत्यापन करा रही है. इसी 25 मई तक सत्यापन का कार्य पूरा होना है. समाज कल्याण विभाग के अफसरों की देखरेख में हो रहे इस कार्य के पूरा होते ही यूपी में फर्जी तरीके से वृद्धावस्था पेंशन लेने वालों पर गाज गिराई जाएगी और सूबे में वृद्धावस्था पेंशनर्स की नई लिस्ट जारी की जाएगी. यही नहीं अगर किसी मंडल में मृतक या अपात्र व्यक्ति के नाम से पेंशन खाते में जा रही होगी तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी. इसके साथ ही सूबे की सरकार वृद्धजनों की सहायता के लिए इन वित्तीय वर्ष में पांच लाख और पात्रों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ देगी.
पेंशनर्स का वेरिफिकेशन हो रहा
समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, गत अप्रैल में राज्य के कई जिलों से यह शिकायत मिली थी कि गलत तरीके से मृतक बुजुर्ग के नाम पर वृद्धावस्था पेंशन ली गई है. ऐसी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन किन-किन लोगों को मिल रही है, इसका वेरिफिकेशन कराने का फैसला किया.
इसके बाद अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वृद्धावस्था पेंशन लेने वाले पेंशनर्स का घर-घर जाकर वैरिफिकेशन किया जाए और यह कार्य हर हाल में 25 मई तक पूरा किया जाए. ताकि पेंशनर्स की नई लिस्ट तैयार कर उन्हे पेंशन दी जाए. राज्य में जिन अधिकारियों को पेंशनर्स का वेरिफिकेशन करने की जिम्मेदारी दी गई है, वे सिर्फ यही चेक नहीं कर रहे हैं कि कहीं मृतकों के खाते में पेंशन तो नहीं जा रही है.
बल्कि वह पेंशनधारकों की इनकम की लिमिट भी चेक कर रहे हैं. अगर किसी पेंशनर्स की सालाना आय तय नियमों से ज्यादा मिली तो उस पेंशनर्स का नाम वृद्धावस्था पेंशन लिस्ट से काट दिया जाएगा. यूपी में ग्रामीण इलाकों में 46,080 रुपए सालाना और शहरी क्षेत्र में 56,460 रुपए सालाना आय वाले बुजुर्ग को ही वृद्धावस्था पेंशन दिए जाने का नियम है. अब अगर पेंशनर्स का वेरिफिकेशन करते हुए अधिकारियों को इससे ज्यादा आय के प्रमाण मिलते हैं तो उसका नाम वृद्धावस्था पेंशनर्स की लिस्ट से काट दिया जाएगा.
समाज कल्याण विभाग से करीब 61 लाख लाभार्थियों को वृद्धावस्था पेंशन मिल रही है. पेंशनर्स के वेरिफिकेशन में जो पेंशनधारक सही पाए जाएंगे, उनके खाते में जून के पहले हफ्ते में तीन महीने की पेंशन एक साथ भेजी जाएगी. सभी पेंशनर्स की पेंशन डीबीटी के जरिए उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी.
सरकार 65 लाख वृद्धों को वृद्धावस्था पेंशन देगी
समाज कल्याण विभाग के अफसरों का कहना है कि विभाग के पोर्टल पर अभी साल 2024-25 की पेंशनर्स सूची उपलब्ध है. 25 मई को पेंशनर्स के वेरिफिकेशन का कार्य पूरा होने के बाद पोर्टल पर नई पेंशनर्स सूची अपलोड की जाएगी. जिसमें हर पेंशनर्स का नाम होगा.
इसके साथ ही वृद्धजनों की सहायता के लिए योगी सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में पांच लाख और पात्रों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ देने का फैसला किया है. अभी करीब 61 लाख वृद्धों को समाज कल्याण विभाग प्रतिमाह एक हजार रुपए के हिसाब से हर तीसरे महीने वृद्धावस्था पेंशन देती है.
सरकार के नए फैसले के इस वित्तीय वर्ष 2025-26 में सरकार 65 लाख वृद्धों को वृद्धावस्था पेंशन देगी. इसके लिए बजट में 8103 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में समाज कल्याण विभाग को इस मद में 7377 करोड़ रुपए मिले थे. इस तरह वृद्धावस्था पेंशन के लिए अगले वित्तीय वर्ष में 726.64 करोड़ रुपए अधिक बजट की मांग की गयी है.