ओडिशा सरकार ने भ्रष्टाचार और अक्षमता के लिए तीन अधिकारियों को जबरन सेवानिवृत्ति दी
By भाषा | Published: December 2, 2021 08:48 PM2021-12-02T20:48:36+5:302021-12-02T20:48:36+5:30
भुवनेश्वर, दो दिसंबर ओडिशा सरकार ने बृहस्पतिवार को भ्रष्टाचार के आरोपी तीन और अधिकारियों को जबरन सेवानिवृत्ति दे दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
भ्रष्टाचार और अक्षमता के आधार पर 2019 से अब तक कुल 140 सरकारी अधिकारियों को जबरन सेवानिवृत्ति दी जा चुकी है ।
अधिकारी ने कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति राज्य सरकार की ‘कत्तई बर्दाश्त नहीं’ की नीति के तहत कार्रवाई की गयी है । उन्होंने कहा कि एक अन्य अधिकारी को भी अनुशासनात्मक आधार पर बर्खास्त कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि जिन तीन अधिकारियों को जबरन सेवानिवृत्ति दी गई है उनमें संबलपुर नगर निगम (एसएमसी) की सामुदायिक आयोजक ललिता कपूर हैं शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि उन पर भ्रष्टाचार के दो आरोप लगाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि बेलपहाड़ नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी लोकनाथ तिवारी और झारसुगुड़ा नगर पालिका के पूर्व कार्यकारी अधिकारी रामचंद्र प्रधान को भी अक्षमता और भ्रष्टाचार के कारण जबरन सेवानिवृत्ति दे दी गई है ।
उन्होंने कहा कि पुरी जिले के बेताल सर्कल के राजस्व निरीक्षक (आरआई) मनोज परिदा को भी दुर्व्यवहार, अनुशासनहीनता, कर्तव्य में लापरवाही और अवज्ञा को लेकर बर्खास्त कर दिया गया है। हालांकि, तीन अधिकारियों में से कोई भी टिप्पणी के लिए तुरंत उपलब्ध नहीं था।
उन्होंने कहा, ‘‘मो सरकार (मेरी सरकार) पहल के तहत लागों से प्राप्त प्रतिकूल प्रतिक्रिया के बाद इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।