पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव पिछले महीने अपनी मां और पत्नी से मिले थे। इस मुलाकात में पाक ने उनके साथ घटिया व्यवहार किया। इस मामले को लेकर बलूच कार्यकर्ताओं के एक समूह ने रविवार को वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर एक विरोध प्रदर्शन किया। यहां भारतीय मूल और बलूच लोगों ने पाकिस्तानी दूतावास के विरोध जताया। यह लोग हाथों में 'चप्पल चोर पाकिस्तान' लिखे हुए पोस्टर लेकर अपना विरोध जता रहे थे। साथ ही प्रदर्शनकारिओं ने अपने पहने हुए जूते और चप्पल पाक दूतावास के बाहर दान कर दिए। लोगों ने विरोध जताते हुए कहा कि वो जाधव के परिवार के साथ खड़े हैं।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि कुलभूषण की पत्नी की चप्पले चुरा ली है तो उनका पाकिस्तान इस्तेमाल भी करेगा। मैं ये कहना चाहता हूं कि पाकिस्तान का मतलब क्या है? अमेरिका से डॉलर ला और भारत के जूते खा!
जाधव के परिजनों से 'दुर्व्यवहार' पर संसद में बोली थी सुषमा स्वराज
कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी से मुलाकात के बाद संसद में सुषमा स्वराज ने कड़े शब्दों ने कहा था कि पाक ने मानवता और सद्भावना के आधार पर मुलाकात की अनुमति दी थी, लेकिन इस मुलाकात ने परिजनों के मानवाधिकार का ही उल्लंघन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान बेअदबी की इससे बड़ी इंतेहा नहीं कर सकता। इस मामले में विपक्षी दलों ने भी एक सुर में सुषमा स्वराज के भाषण का समर्थन किया था।
क्या है मामला
बता दें कि 47 वर्षीय जाधव व उनके परिजनों के बीच करीब 40 मिनट की मुलाकात हुई। पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर जाधव और उनकी मां 70 वर्षीय अवंति व पत्नी चेतानकुल की खास तौर से बनाए गए कमरे में हुई मुलाकात की तस्वीर जारी की। भारतीय उप उच्चायुक्त जे.पी.सिंह दूर से इस मुलाकात के गवाह बने। मुलाकात के दौरान पाकिस्तान विदेश कार्यालय में भारतीय डेस्क की निदेशक डॉ. फरीहा भी मौजूद रहीं। इस मुलाकात की वीडियोग्राफी की गई। मुलाकात में जाधव के परिजनों से बदसलूकी पर भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।