उत्तरपूर्वी दिल्ली सीट से बड़े राजनीतिक चेहरेः पांडेय, दीक्षित और तिवारी में जोर अजमाइश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 8, 2019 01:38 PM2019-05-08T13:38:13+5:302019-05-08T13:38:13+5:30
माना जाता है कि इनमें से जो नेता जातीय समीकरण और अनधिकृत कालोनियों को साध लेगा, जीत उसी के हाथ लगेगी। इस सीट पर जो मतदाता हैं उनमें से अधिकतर लोग उत्तर प्रदेश और बिहार से सटे पूर्वांचल इलाके के हैं और यहां मुसलमान भी बड़ी तादाद में हैं। इन लोगों की चुनावी जीत में अहम भूमिका है।
दिल्ली की उत्तरपूर्वी संसदीय सीट पर जो बड़े राजनीतिक चेहरे चुनावी दौड़ में शामिल हैं, उनमें प्रमुख हैं आम आदमी पार्टी (आप) के दिलीप पांडेय, कांग्रेस की शीला दीक्षित और भाजपा के मनोज तिवारी। माना जाता है कि इनमें से जो नेता जातीय समीकरण और अनधिकृत कालोनियों को साध लेगा, जीत उसी के हाथ लगेगी।
इस सीट पर जो मतदाता हैं उनमें से अधिकतर लोग उत्तर प्रदेश और बिहार से सटे पूर्वांचल इलाके के हैं और यहां मुसलमान भी बड़ी तादाद में हैं। इन लोगों की चुनावी जीत में अहम भूमिका है। कांग्रेस को भरोसा है कि उसका परंपरागत वोट बैंक मुसलमान, दलित और कम आय समूह उसकी झोली वोटों से भर देगा भले ही वे 2015 के विधानसभा चुनाव में आप पार्टी के पाले में चले गए हों, क्योंकि इस पार्टी को लगता है कि ये समूह केजरीवाल से खुश नहीं है।
पांडे आप पार्टी की दिल्ली इकाई के संयोजक रह चुके हैं और पहली बार लोकसभा चुनाव में दस्तक दे रहे हैं। इस सीट पर 23 फीसदी मुसलमान हैं, जो मुस्तफाबाद, सीलमपुर और घोंडा विधानसभा सीट पर असर रखते हैं। राष्ट्रीय राजधानी में 1.43 करोड़ मतदाता हैं और यहां सात संसदीय सीटें हैं, जिन पर 12 मई को वोट डाले जाएंगे।
इनमें से एक उत्तर पूर्वी सीट पर 12.52 लाख पुरुष और 10.37 लाख महिला मतदाता हैं। इस संसदीय सीट पर कुछ लोग मानते हैं कि आप सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर काम कर दिखाया है। पर अनधिकृत कालोनियों में विकास, खराब सड़कें और पानी की खराब गुणवत्ता जैसे मुद्दों पर वोट पड़ सकता है।
बुराड़ी इलाके के निवासी सुनील त्यागी कहते हैं कि यहां की सड़कों की हालत बहुत खराब है। पीने का पानी बहुत गंदा आता है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में आने वाली दस विधानसभा सीटों में करीब 46 स्लम क्लस्टर हैं और 270 अनधिकृत कालोनियां हैं।
इनमें बुराड़ी, सीमापुरी, सीलमपुर, तिमारपुर, घोंडा, बाबरपुर, गोकुलपुर, मुस्तफाबाद, करावल नगर और रोहताश नगर शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दीक्षित क्षेत्र में सड़कों और सफाई के हालात को लेकर दुखी हैं। वे कहती हैं कि उन्हें तब बड़ा दुख होता है कि जब वे यह देखती हैं कि बुनियादी सहूलियतें जैसे सड़कें और सफाई जैसी चीजें नदारद हैं।
उन्होंने कहा जब घर और दुकानें बन रहीं थीं तो कुछ नहीं किया गया और आज आप इन्हें अनधिकृत कह रहे हैं। यह बहुत गलत बात है। भाजपा उम्मीदवार तिवारी कहते हैं कि उनकी प्राथमिकता झुग्गी वासियों को पक्का मकान दिलाने की है। वह कहते हैं कि उनकी योजना यमुना नदी किनारे के विकास की है और वे कोशिश करेंगे कि दिल्ली मेट्रो को बुराड़ी इलाके में ले जाया जाए।
पांडे इस चुनाव में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का नारा बुलंद किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह शहर हास्यापद हालात देख रहा है कि चुनी हुई सरकार की शक्तियों में केंद्र सरकार कटौती कर रही है। तिमारपुर निवासी रमेश शर्मा कहते हैं कि लोग मौजूदा भाजपा सांसद से नाराज हैं और भाजपा प्रत्याशी तिवारी इक्का दुक्का ही यहां दिखाई दिये हैं।
उन्होंने दावा किया कि तिवारी जब से सांसद बने हैं तो वे बुराड़ी दो से तीन बार ही आए होंगे। साल 2014 में हुये चुनाव में तिवारी को 596125 वोट मिले थे और आम आदमी पार्टी के आनंद शर्मा को 452041 को मत मिले। कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल को 214792 वोट मिले थे।