नोएडा मेट्रो कार्ड की बिक्री में गिरावट, ज्यादा किराया और निर्बाध संपर्क का अभाव है जिम्मेदार

By भाषा | Published: June 2, 2019 01:33 PM2019-06-02T13:33:20+5:302019-06-02T13:33:20+5:30

नोएडा मेट्रो के डेटा के मुताबिक अब तक यात्रियों ने 1.6 करोड़ रुपये का टॉप-अप कराया है। रोजाना सफर करने वाले एक अन्य यात्री आकाश सिंह ने कहा कि नोएडा मेट्रो एवं दिल्ली मेट्रो के बीच निर्बाध संपर्क की कमी है जो कि यात्रियों द्वारा नोएडा मेट्रो एक्वा लाइन का इस्तेमाल करने में सबसे बड़ी बाधा है।

Noida Metro card sales fall, excess fair and lack of uninterrupted contact is responsible for it | नोएडा मेट्रो कार्ड की बिक्री में गिरावट, ज्यादा किराया और निर्बाध संपर्क का अभाव है जिम्मेदार

नोएडा मेट्रो कार्ड रिचार्ज के लिए 1.8 प्रतिशत या 12 रुपये का शुल्क लेता है।

नोएडा मेट्रो का संचालन शुरू हुए करीब चार महीने का वक्त बीत चुका है और उसके मेट्रो कार्ड की बिक्री में लगातार गिरावट आती जा रही है। यात्री इसके पीछे अधिक किराये तथा निर्बाध संपर्क के अभाव को मुख्य कारण बता रहे हैं। नोएडा मेट्रो डेटा के मुताबिक एक मई से 20 मई के बीच कुल 2,041 ऐसे यात्री कार्ड जारी किए गए जबकि इसी साल मार्च में 5,064 और अप्रैल में 3,686 कार्ड जारी किए गए थे।

इसमें बताया गया कि फरवरी में करीब 5,220 कार्ड जारी किए गए थे और संचालन शुरू होने के करीब छह दिन के भीतर 26 जनवरी से 31 जनवरी के बीच 3,363 कार्ड जारी हुए थे। नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एनएमआरसी) ने एसबीआई एनएमआरसी सिटी 1 कार्ड जारी करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ हाथ मिलाया था।

नोएडा मेट्रो कार्ड रिचार्ज के लिए 1.8 प्रतिशत या 12 रुपये का शुल्क लेता है। एक वरिष्ठ नागरिक अजय चतुर्वेदी ने कहा, “टॉप अप के लिए 1.8 प्रतिशत का शुल्क लेना अनावश्यक है। दिल्ली मेट्रो यात्रा के लिए यात्रियों को गैर-बैंक कार्ड जारी करती है और वह टॉप-अप पर कोई शुक्ल नहीं लेती।’’

साथ ही उन्होंने कहा कि नोएडा मेट्रो का किराया भी ज्यादा है। एक यात्री को सोमवार से शनिवार तक यात्रा के लिए न्यूनतम 10 से 50 रुपये रुपये तक चुकाने पड़ते हैं। जबकि रविवार या राष्ट्रीय अवकाश के दिन 10 रुपये से लेकर 40 रुपये तक देने होते हैं। कार्ड उपभोक्ताओं को प्रत्येक यात्रा पर 10 फीसदी छूट मिलती है।

नोएडा मेट्रो के डेटा के मुताबिक अब तक यात्रियों ने 1.6 करोड़ रुपये का टॉप-अप कराया है। रोजाना सफर करने वाले एक अन्य यात्री आकाश सिंह ने कहा कि नोएडा मेट्रो एवं दिल्ली मेट्रो के बीच निर्बाध संपर्क की कमी है जो कि यात्रियों द्वारा नोएडा मेट्रो एक्वा लाइन का इस्तेमाल करने में सबसे बड़ी बाधा है।

वर्तमान में यात्रियों को नोएडा मेट्रो के सेक्टर 51 स्टेशन से बाहर निकलना होता है और ब्लू लाइन लेने के लिए एक निर्माणाधीन सड़क पर करीब 300 मीटर चल कर सेक्टर 52 स्टेशन पर जाना होता है। वहीं महिलाएं इस रास्ते को अपने लिए असुरक्षित बताती हैं और रात में यहां से गुजरना अपने लिए मुफीद नहीं मानती।

Web Title: Noida Metro card sales fall, excess fair and lack of uninterrupted contact is responsible for it

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