2020 में स्वास्थ्य सुविधाओं की गैरमौजूदगी में हुईं 45 फीसदी मौतें, 2011 में ऐसी मौतों का आंकड़ा 10 फीसदी था

By विशाल कुमार | Published: May 5, 2022 08:01 AM2022-05-05T08:01:01+5:302022-05-05T08:07:59+5:30

2020 में महामारी के कारण अस्पतालों में 80 या 100 फीसदी तक बिस्तर कोविड सुविधाओं के लिए आरक्षित होने के कारण गैर कोविड सुविधाओं को या तो बंद कर दिया गया था या फिर बहुत ही कम रह गया था। नतीजतन, बड़ी संख्या में लोग गैर-कोविड बीमारियों के लिए चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने में असमर्थ थे।

no-medical-care-for-45-percent of-recorded-deaths-in-2020 | 2020 में स्वास्थ्य सुविधाओं की गैरमौजूदगी में हुईं 45 फीसदी मौतें, 2011 में ऐसी मौतों का आंकड़ा 10 फीसदी था

2020 में स्वास्थ्य सुविधाओं की गैरमौजूदगी में हुईं 45 फीसदी मौतें, 2011 में ऐसी मौतों का आंकड़ा 10 फीसदी था

Highlights2020 के सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम के आंकड़ों ने पहली बार इस तरह के ब्यौरे को सामने रखा है।2011 में सभी दर्ज मौतों में से केवल 10 प्रतिशत चिकित्सा देखभाल के अभाव में हुईं।स्वास्थ्य सुविधाओं की गैरमौजूदगी में साल 2019 में 34.5 फीसदी लोगों की मौत हुई थीं।

नई दिल्ली: साल 2020 के सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) के आंकड़ों से पता चलता है कि साल 2020 में 45 फीसदी मौतें स्वास्थ्य सुविधाओं की गैरमौजूदगी में हुईं जबकि साल 2011 में ऐसी मौतों की संख्या 10 फीसदी थी।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सीआरएस के आंकड़ों ने पहली बार इस तरह के ब्यौरे को सामने रखा है। 2011 में सभी दर्ज मौतों में से केवल 10 प्रतिशत चिकित्सा देखभाल के अभाव में हुईं।

बता दें कि, 2020 में महामारी के कारण अस्पतालों में 80 या 100 फीसदी तक बिस्तर कोविड सुविधाओं के लिए आरक्षित होने के कारण गैर कोविड सुविधाओं को या तो बंद कर दिया गया था या फिर बहुत ही कम रह गया था। नतीजतन, बड़ी संख्या में लोग गैर-कोविड बीमारियों के लिए चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने में असमर्थ थे।

स्वास्थ्य सुविधाओं की गैरमौजूदगी में साल 2019 में 34.5 फीसदी लोगों की मौत हुई थी जबकि 2020 में 10 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ यह संख्या 45 फीसदी पहुंच गई जो कि अब तक का सर्वाधिक है।

हालांकि, संस्थागत देखभाल के तहत होने वाली मौतों में साल 2020 में 2019 की तुलना में 4 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गई। साल 2019 में 32.1 प्रतिशत की मौत संस्थागत देखभाल के तहत हुई थी तो वहीं 2020 में यह 4 फीसदी से अधिक घटकर 28 फीसदी पर आ गई जो कि सबसे बड़ी गिरावट है।

बता दें कि, रजिस्ट्रार जनरल के कार्यालय द्वारा मंगलवार को जारी किए गए सीआरएस के आंकड़ों से पता चला है कि 2020 में देश में 81.16 लाख मौतें दर्ज की गईं जो कि पिछले साल की संख्या की तुलना में लगभग छह प्रतिशत अधिक थी।

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