मैं क्या बोलूं इसके बारे में? अगर कोई संगठन ये कहता है कि वो बॉर्डर की रखवाली कर सकता है तो इसमें विवाद जैसा क्या है? मुझे इस मामले की पूरी जानकारी नहीं है।
नई दिल्ली (12 फरवरी): ये बयान बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का है। नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर सोमवार को अपनी टिप्पणी दी है। नीतीश कुमार ने अपने बयान से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का समर्थन किया है। लेकिन आरएसएस प्रमुख की बयान की हर तरफ निंदा की जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मोहन भागवत की बयान की निंदा करते हुए कहा है कि उनका बयान हर भारतीय और तिरंगे का अपमान है।
क्या मोहन भागवत का बयान वाकई 'विवादित' है? आइए समझते हैं
राहुल ने कांग्रेस के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि RSS चीफ मोहन भागवत का यह बयान भारतीयों के लिए अपमान है। खासकर उनके लिए जो अपने देश के लिए शहीद हो जाते हैं।
आपको बता दें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत 6 फरवरी से बिहार के मुजफ्फरपुर में दौरे पर हैं। भागवत ने वहां स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा- 'देश को अगर हमारी ज़रूरत पड़े तो हम उसकी सेवा के लिए तुरंत तैयार हो जाएंगे। अगर हमारा संविधान हमें इजाज़त दे तो हम सेना की तरह देश की सेवा करेंगे। सेना को तैयार करने में 6-7 महीने लग जाते हैं लेकिन, हमारा अनुशासन ऐसा है कि हमें इसकी तैयारी के लिए दो से तीन दिन ही लगेंगे।'
Video: भागवत के बयान पर राहुल का पलटवार, कहा- तिरंगे और भारतियों का अपमान है ये, शर्म करे RSS
हालांकि बयान पर विवाद होने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट की तरफ से 29 सेंकेंड का एक वीडियो शेयर किया गया है। ये वीडियो मोहन भागवत के उसी बयान का है जिसपर विवाद खड़ा हुआ है। वीडियो शेयर करके आरएसएस ने ये दावा किया है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने ऐसा कुछ भी नहीं बोला है जो देश और सेना का अपमान हो।