Bihar Politics: नीतीश कुमार ने कहा, इसलिए इंडिया गठबंधन से बाहर निकला
By धीरज मिश्रा | Published: January 31, 2024 12:48 PM2024-01-31T12:48:04+5:302024-01-31T12:49:54+5:30
Bihar Politics: बिहार के नौवीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि विपक्षी दलों का जो गठबंधन बना जिसका नाम इंडिया रखा। हमने कहा था कि यह नाम ठीक नहीं है।
Bihar Politics:बिहार के नौवीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि विपक्षी दलों का जो गठबंधन बना जिसका नाम इंडिया रखा। हमने कहा था कि यह नाम ठीक नहीं है। आज गठबंधन के हालात कैसे हैं आप खुद देख सकते हैं। हमने सारा काम किया। लेकिन उन्होंने एक काम नहीं किया है। नीतीश ने शीट शेयरिंग को लेकर भी अपनी बात कही।
#WATCH पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने INDIA गठबंधन पर कहा, "हम कह रहे थे कि यह नाम ठीक नहीं है, अब हालत आप देख सकते हैं। उन लोगों ने एक काम नहीं किया, आज तक सीट शेयरिंग नहीं हुई। हम जिनके साथ पहले से थे वहीं आ गए अब यहीं रहेंगे और बिहार के विकास के लिए काम करेंगे।" pic.twitter.com/i92xJYOmpp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2024
नीतीश कुमार ने कहा कि अब तक शीट शेयरिंग नहीं हुई। हम जिनके साथ पहले से थे वहीं आ गए अब यहीं रहेंगे और बिहार के विकास के लिए काम करेंगे। मालूम हो कि रविवार को नौंवी बार सीएम बने नीतीश ने यूं तो मीडिया से कहा था कि पहले जहां थे वहां अब लौट गए हैं और अब वापिस लौटने का सवाल ही नहीं है।
गौर करने वाली बात यह है कि इंडिया गठबंधन के सूत्रधार नीतीश कुमार ही थे। उन्होंने ही मोदी को तीसरी बार पीएम बनने से रोकने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करना शुरू किया था। नीतीश ने इसके लिए बिहार की राजधानी पटना में एक बैठक भी आयोजित करवाई थी।
जिसमें बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, पंजाब के सीएम भगवंत मान, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्दव ठाकरे, एनसीपी नेता शरद पवार, आप नेता संजय सिंह, सांसद राघव चड्ढा, सहित अन्य नेता इस बैठक में शामिल हुए थे।
हालांकि, मीडिया रिपोर्टस में कहा जा रहा है कि नीतीश ने जिस तरीके से इस गठबंधन को आगे किया था, उनका नाम जब पीएम पोस्ट के लिए आगे नहीं किया और उनकी जगह पर ममता बनर्जी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे का नाम आगे किया था।
कहा जा रहा कि इसी वक्त से नीतीश कुमार नाराज हो गए। यही वजह है कि जब उन्हें संयोजक पद दिया गया तो उन्होंने मना कर दिया।