इफ्तार की दावत में राबड़ी देवी के आवास पहुंचे नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव ने पैर छूकर लिया आशीर्वाद
By एस पी सिन्हा | Published: April 22, 2022 08:18 PM2022-04-22T20:18:01+5:302022-04-22T20:51:47+5:30
राजद की ओर से दी गई इफ्तार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राबडी देवी, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, मीसा भारती राजश्री यादव, सैय्यद शाहनवाज हुसैन, चिराग पासवान समेत कई दलों के नेता शामिल हुए। राजद परिवार में आज खुशी का माहौल इसलिए भी है क्योंकि आज ही लालू यादव को चारा घोटाले मामले में जमानत मिली है।
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल की ओर से आयोजित दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए। करीब चार साल के बाद पहली बार ऐसा मौका आया जब सीएम नीतीश कुमारराबड़ी देवी के आवास पर आयोजित दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए हैं।
राजद के बुलावे पर इफ्तार में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने आवास से पैदल ही निकलकर राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे। जहां लालू यादव के दोनों बेटों तेजस्वी यादव और तेजप्रताप सहित पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया।
मालूम हो कि लालू यादव की पार्टी राजद हर साल रमजान के महीने में इफ्तार दावत का आयोजन करती है। हर बार की तरह इस बार भी पार्टी की ओर से इफ्तार की जोरदार तैयारी की गई थी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राबडी देवी, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, मीसा भारती राजश्री यादव, सैय्यद शाहनवाज हुसैन, चिराग पासवान समेत कई दलों के नेता एक जगह इकट्ठा हुए।
बताया जा रहा है कि नेताओं के अलावा इफ्तार पार्टी में भारी संख्या में रोजेदार भी शामिल हुए। इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछली बार तेजप्रताप यादव की शादी में शामिल होने के लिए लालू परिवार के कार्यक्रम में पहुंचे थे और अब तेजप्रताप की शादी के बाद मुख्यमंत्री सीधे आज राजद की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए हैं।
इस मौके पर तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। नीतीश कुमार के आने से लालू परिवार में आज बेहद खुशी का माहौल देखा गया। आज ही राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को रांची हाईकोर्ट से जमानत भी मिली है।
उल्लेखनीय है कि साल 2015 में लालू-नीतीश ने मिलकर राज्य में चुनाव लड़ा था और नीतीश के नेतृत्व में सरकार बनी थी। तब तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री बने थे।
हालांकि बाद में नीतीश कुमार ने पाला बदल लिया था और राजद छोड़कर भाजपा के पाले में चले गये थे। उसके पहले मकर संक्रांति के मौके पर नीतीश कुमार और लालू यादव की तस्वीर सामने आई थी, जिसमें दोनों साथ बैठकर दही-चूड़ा खा रहे थे।
हालांकि लालू से अलग होकर भाजपा से मिलने के बाद नीतीश कुमार का राबड़ी देवी के आवास में जाना नहीं हुआ था लेकिन कई वर्षों के बाद नीतीश कुमार का अब इफ्तार के बहाने राबड़ी आवास जाने का राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।
नीतीश के राबड़ी आवास पर जाने की बात इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि लंबे अर्से बाद भाजपा के दिग्गज नेता और गृह मंत्री अमित शाह बिहार के दौरे पर आ रहे हैं।
वहीं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को जमानत मिलने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि यह न्यायिक प्रक्रिया है, कानून में जमानत की भी व्यवस्था है। हमलोगों ने पहले ही जमानत के लिए अपील किया था। जिसपर बहस भी हुई थी। चूंकि हमारा पक्ष मजबूत था इसलिए कोर्ट ने लालू जी को जमानत दी है। लालू प्रसाद जी को बेल मिलने से सब लोग खुश हैं। उन्होंने कहा कि इफ्तार के मौके पर राजद की दुआ कबूल हुई है।