बिहार में बड़ी सियासी हलचल, नीतीश कुमार दे सकते हैं, जदयू के सभी विधायकों को पटना में आकर रहने के आदेश, भाजपा अलर्ट
By रुस्तम राणा | Published: January 25, 2024 10:25 PM2024-01-25T22:25:20+5:302024-01-25T22:32:19+5:30
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री आवास में ललन सिंह और मंत्री विजय चौधरी जैसे बड़े नेताओं के साथ नीतीश कुमार ने बैठक की है। वह मौजूदा विधानसभा को भंग करने की सिफारिश कर सकते हैं।
पटना:बिहार में बड़ी सियासी हलचल के आसार नजर आ रहे हैं। संकेत हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। नीतीश कुमार ने जदयू के सभी विधायकों पटना में आकर रहने के आदेश दिए हैं। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री आवास में ललन सिंह और मंत्री विजय चौधरी जैसे बड़े नेताओं के साथ नीतीश कुमार ने बैठक की है। वह मौजूदा विधानसभा को भंग करने की सिफारिश कर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, खबर यह भी है कि बीजेपी ने नीतीश कुमार की वापसी को मंजूरी दे दी है। बिहार की मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी भी अलर्ट मोड पर आ गई है। गुरुवार की रात बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी बिहार अध्यक्ष सम्राट चौधरी और बीजेपी नेता रेनू देवी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे। सूत्रों ने यह भी कहा है कि भाजपा ने अपने सभी विधायकों को पटना बुलाया है।
#WATCH | BJP national president JP Nadda, BJP Bihar President Samrat Chaudhary & BJP leader Renu Devi arrive at the residence of Union Home Minister Amit Shah. pic.twitter.com/9KJlsL2eXt
— ANI (@ANI) January 25, 2024
आपको बता दें कि जेडीयू और राजद के रिश्ते में खटास पैदा हो गई है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के हालिया ट्वीट संभावित कलह का संकेत देते हैं। बुधवार को एक भाषण के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। साथ ही उन्होंने वंशवाद की राजनीति की आलोचना की।
इसके बाद गुरुवार को रोहिणी आचार्य की ओर से एक के बाद एक ट्वीट के जरिए अप्रत्याशित प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने नीतीश कुमार पर तीखा कटाक्ष किया। हालांकि उन्होंने बिना नाम लिए बिहार के सीएम पर "एक समाजवादी जो हवाओं की तरह विचारधारा बदल रहा है" के रूप में संदर्भित किया और उनके इरादों और कानून के शासन के पालन पर सवाल उठाए। ये ट्वीट राजनीतिक परिदृश्य में संभावित तनाव की ओर इशारा करते हैं।