नीतीश कुमार ने विपक्ष के 'इंडिया अलायंस' में शामिल होने के लिए अकाली दल, इनेलो से किया संपर्क
By रुस्तम राणा | Published: August 28, 2023 02:47 PM2023-08-28T14:47:49+5:302023-08-28T14:59:55+5:30
सूत्रों के मुताबिक बिहार सीएम ने विपक्ष के I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल होने के लिए पूर्व एनडीए सहयोगी शिरोमणि अकाली दल और इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) से संपर्क किया है।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी खेमा अपने नवगठित इंडिया अलायंस को और मजबूती प्रदान करने की कवायद में जुटा है। इसी के चलते बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अकाली दल और इंडियन नेशनल लोक दल से संपर्क साधा है। एबीपी न्यूज़ ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि बिहार सीएम ने विपक्ष के I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल होने के लिए पूर्व एनडीए सहयोगी शिरोमणि अकाली दल और इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) से संपर्क किया है। विपक्षी गुट की आगामी मुंबई बैठक में, नीतीश कुमार इन दोनों दलों को गठबंधन में शामिल करने का प्रस्ताव रख सकते हैं।
पूर्व उपप्रधानमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के संस्थापक चौधरी देवीलाल की जयंती पर नीतीश कुमार, उनके डिप्टी तेजस्वी यादव और शिअद के सुखबीर बादल के हरियाणा के कैथल में एक रैली में शामिल होने की संभावना है। रविवार को, नीतीश ने कहा कि 31 अगस्त-1 सितंबर को मुंबई में होने वाली तीसरी संयुक्त बैठक के दौरान "कुछ और राजनीतिक दलों" के विपक्षी गुट में शामिल होने की संभावना है।
उन्होंने कहा, "हम मुंबई में आगामी बैठक के दौरान अगले साल के आम चुनावों के लिए इंडिया ब्लॉक की रणनीतियों पर चर्चा करेंगे। सीट-बंटवारे जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और कई अन्य एजेंडों को अंतिम रूप दिया जाएगा। कुछ और राजनीतिक दल हमारे गठबंधन में शामिल होंगे।"
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, कुमार ने कहा कि उन्हें I.N.D.I.A ब्लॉक का संयोजक बनने की कोई इच्छा नहीं है। उन्होंने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, "मैं कुछ भी नहीं बनना चाहता। मैं आपको यह बार-बार बता रहा हूं। मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है। मैं बस सभी को एकजुट करना चाहता हूं।"
26-पार्टी I.N.D.I.A गठबंधन का गठन 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा का संयुक्त रूप से मुकाबला करने और मोदी के रथ को रोकने के लिए किया गया था। एक महीने से भी कम समय में गुट की दो बार बैठक हो चुकी है। आपको बता दें कि जेडीयू नेता इस साल की शुरुआत में भाजपा विरोधी दलों को एकजुट करने के लिए देशव्यापी दौरे पर निकले थे