"नीतीश मानसिक संतुलन खो चुके हैं, वो तो अब मुख्यमंत्री पद के भी लायक नहीं हैं", नित्यानंद राय का जबरदस्त हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 8, 2023 11:57 AM2023-11-08T11:57:19+5:302023-11-08T11:59:41+5:30
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा में जाति जनगणना पर बहस के दौरान महिलाओं पर की गई अभद्र टिप्पणी को शर्मनाक बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार अपना मानसिक संतुलंन खो चुके हैं और अब बो मुख्यमंत्री पद के भी लायक नहीं रहे।
पटना: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा में जाति जनगणना पर बहस के दौरान महिलाओं पर की गई अभद्र टिप्पणी को शर्मनाक बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार अपना मानसिक संतुलंन खो चुके हैं और अब बो मुख्यमंत्री पद के भी लायक नहीं रहे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान को भारतीय राजनीति पर बदनुमा दाग बताते हुए केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि उनका बयान हमें केवल आज नहीं, आने वाले कल में भी शर्मसार करता रहेगा।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री राय ने कहा, "उनकी टिप्पणी की केवल तीव्र भर्त्सना की जा सकती है। वह न केवल बेहद आपत्तिजनक है बल्कि बतौर मुख्यमंत्री विधानसभा में दिया गया बेहद निंदनीय बयान है।"
उन्होंने आगे कहा, "ऐसा बयान केवल वही व्यक्ति दो सकता है, जिसने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। मानसिक रूप से दीवालिया हो चुका आदमी ही महिलाओं के खिलाफ ऐसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर सकता है। वह अब सीएम पद संभालने के लायक नहीं हैं। उन्होंने इस देश की संस्कृति को कलंकित करके उसकी छवि खराब की है। उन्हें राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए।''
वहीं बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस मुद्दे पर कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार का का सदन में दिया गया बयान "घृणित, घृणित, अप्रिय और महिला विरोधी" है।
भाजपा नेता पूनावाला ने नीतीश के बयान पर कहा, "नीतीश कुमार द्वारा की गई टिप्पणियां घृणित, घृणित, अप्रिय और महिला 'विरोधी' हैं। यह केवल उनकी और सहयोगी राजद के सोच को दर्शाता है। तेजस्वी यादव ने इसे यौन शिक्षा कहकर उनके बयान को सही ठहराया। इससे पता चलता है कि यह गठबंधन कितनी गहराई तक गिर गया है।''
नीतीश कुमार की विवादित टिप्पणी पर भाजपा के साथ-साथ राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भी नाराजगी जताई है और उनसे बिना शर्त माफी मांगने की मांग की है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने नीतीश कुमार की टिप्पणी पर तत्काल माफी की मांग करते हुए कहा, "मैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तत्काल और स्पष्ट माफी की मांग करती हूं। विधानसभा में उनकी अभद्र टिप्पणी यह उस गरिमा और सम्मान का अपमान है, जिसकी हर महिला हकदार है। उनके भाषण के दौरान इस्तेमाल की गई ऐसी अपमानजनक और घटिया भाषा हमारे समाज पर एक काला धब्बा है। अगर कोई नेता लोकतंत्र में इतने खुलेआम इस तरह की टिप्पणी कर सकता है, तो राज्य की भयावहता की केवल कल्पना ही की जा सकती है। उनके नेतृत्व में सहनशील होना चाहिए।”
वहीं भाजपा विधायक निक्की हेम्ब्रोम ने सीएम नीतीश की टिप्पणी को असंवेदनशील करार देते हुए कहा, "उन्होंने जो कुछ भी कहा, उसे सम्मानजनक तरीके से भी कहा जा सकता था। उनकी टिप्पणी असंवेदनशील है और दिखाती हैं कि उनके मन में महिलाओं के लिए कोई सम्मान नहीं है।"
इस पूरे बवाल में नीतीश कुमार का साथ देते हुए और बचाव करते हुए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी का गलत मतलब निकालना गलत है क्योंकि वह केवल यौन शिक्षा के बारे में बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा, "अगर कोई इसकी गलत व्याख्या करता है तो यह गलत है। सीएम की टिप्पणी यौन शिक्षा से संबंधित थी। जब यौन शिक्षा की बात आती है तो लोग अक्सर झिझकते हैं। इसे अब स्कूलों में अन्य विषयों की तरह ही पढ़ाया जा रहा है। बच्चे इसके बारे में सीख रहे हैं।" जनसंख्या नियंत्रण के लिए क्या किया जाना चाहिए। उनकी बातों को उचित अर्थ में लिया जाना चाहिए।''
मालूम हो कि विधानसभा में बोलते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि महिलाओं को शिक्षित किया जाना चाहिए क्योंकि इससे वे संभोग के परिणामस्वरूप गर्भधारण से बच सकेंगी।