नितिन गडकरी ने बताया मोदी सरकार का प्लान, ऐसा हुआ तो 55 रुपये मे पेट्रोल और 50 में मिलेगा डीजल
By पल्लवी कुमारी | Published: September 11, 2018 10:04 AM2018-09-11T10:04:00+5:302018-09-11T10:04:00+5:30
Nitin Gadkari on rise in Petrol - Diesel rates: देश में सोमवार (10 सितंबर) को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस सहित 20 से ज्यादा विपक्षी दलों ने भारत बंद किया था।
नई दिल्ली, 11 सितंबर: देश में सोमवार (10 सितंबर) को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस सहित 20 से ज्यादा विपक्षी दलों ने भारत बंद किया था। बीजेपी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों के बढ़ने की रफ्तार को कम करने के आंकड़े ट्वीट कर के बताए। बीजेपी ने भारत बंद को भी असफल करार कर दिया है।
पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों पर केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी एक उपाय सुझाव दिया। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक नितिन गडकरी ने कहा नरेन्द्र मोदी सरकार पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों पर रोक लगाने के लिए काम कर रही है।
Our Petroleum Ministry is setting up 5 ethanol-making plants in country. Ethanol will be produced from wood products&segregated municipal waste. Diesel will be available at Rs.50 per litre & petrol alternative at Rs.55 per litre: Union Minister Nitin Gadkari in Durg #Chhattisgarhpic.twitter.com/YXCjRWJCVF
— ANI (@ANI) September 10, 2018
नितिन गडकरी ने कहा, पेट्रोलियम मंत्रालय इथेनॉल फैक्ट्री लगा रहा है, जिसकी मदद से डीजल 50 रुपये में और पेट्रोल मात्र 55 रुपये में मिल सकेगा। हमारा पेट्रोलियम मंत्रालय इथेनॉल बनाने के लिए देश में पांच प्लांट लगाने की योजना बना रहा है। उन्होंने बताया, ये प्लांट लकड़ी की चीजों और कचरे से इथेनॉल बनाया जाएगा। नितिन गडकरी ने ये बात छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कही।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मुलाकात की थी। पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर ये बैठक की गई थी। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि बैठक में क्या बातचीत हुई। यह बैठक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में हुई।
Transport Minister @nitin_gadkari makes a pitch for #ethanol and #biofuel, says '#Diesel cost can be ₹50/litre and #petrol ₹55/litre' | Download the ET App here: https://t.co/3ws7S5nf50pic.twitter.com/ijQkcJgKsb
— EconomicTimes (@EconomicTimes) September 11, 2018
एनसीपी प्रमुख शरद पवार, द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन और वामपंथी नेताओं ने कांग्रेस की ओर से बुलाए गए भारत बंद का पुरजोर समर्थन किया था। वहीं तृणमूल कांग्रेस ने इस भारत बंद से दूर रहने का फैसला किया था। तृणमूल कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी के साथ होकर भी हमेशा उनसे विफर रहने वाली पार्टी शिवसेना ने भी भारत बंद से दूरी से बनाई थी।