लाइव न्यूज़ :

"जनता वादे पूरा नहीं होने पर पिटाई भी करती है," नितिन गडकरी का ये बयान उन्हीं पर पड़ा भारी, बजट में सड़क निर्माण को लेकर हुआ बड़ा खुलासा

By विकास कुमार | Updated: February 2, 2019 14:13 IST

हाल के दिनों में कई मौकों पर नितिन गडकरी ने कहा था कि नेताओं को वही वादा करना चाहिए जिसको पूरा किया जा सके. वरना जनता पिटाई भी करती है. लेकिन इस आंकड़े के आने के बाद खुद गडकरी कटघरे में खड़े हो गए हैं.

Open in App

पीयूष गोयल ने सरकार के द्वारा बनाये जा रहे सड़कों का आंकड़ा पेश किया है. बजट भाषण के दौरान उन्होंने कहा था कि सरकार प्रतिदिन 27 किमी सड़क निर्माण कर रही है. लेकिन उनके इस बखान के बाद ये सवाल उठ रहे हैं कि मोदी सरकार के उन दावों का क्या हुआ जिसमें प्रतिदिन 45 किमी सड़क बनाने का दावा किया गया था. नितिन गडकरी हर मंच पर सड़क निर्माण के दावों पर पूरी ताकत के साथ अपने मंत्रालय का बखान करते हैं, लेकिन सरकार के इस दावे के बाद उन पर ऊंगली उठाना शुरू कर दिया है. 

हाल के दिनों में कई मौकों पर नितिन गडकरी ने कहा था कि नेताओं को वही वादा करना चाहिए जिसको पूरा किया जा सके. वरना जनता पिटाई भी करती है. लेकिन इस आंकड़े के आने के बाद खुद गडकरी कटघरे में खड़े हो गए हैं.

 

नितिन गडकरी की दावेदारी कितनी मजबूत 

नितिन गडकरी संघ के बहुत करीबी और दुलारे माने जाते हैं. नागपुर से सांसद हैं और अपने क्षेत्र के एक चर्चित नेता भी. गडकरी को मोदी सरकार के सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों में गिना जाता है. मीडिया में भी उनकी छवि एक परफार्मिंग मिनिस्टर और पारदर्शी नेता की है. बिज़नेस की अच्छी समझ और महाराष्ट्र से होने के कारण नितिन गडकरी की कॉर्पोरेट लॉबी भी बहुत मजबूत मानी जाती है. अरविन्द केजरीवाल की बीजेपी में एक मात्र नितिन गडकरी से ही अच्छी बनती है. विपक्ष में भी ऐसे तमाम नेता हैं जिनके गडकरी से अच्छे संबंध हैं. गोवा में भाजपा की कम सीटें होने के बावजूद उन्होंने भाजपा की सरकार बनवाकर उन्होंने खुद को एक बेहतरीन पॉलिटिकल मैनेजर भी साबित कर दिया है.

नरेन्द्र मोदी की 2002 की छवि विलुप्त 

नरेन्द्र मोदी भारतीय राजनीति में 2014 से पहले सबसे बड़े अछूत नेता माने जाते थे. करीब डेढ़ दशक तक बीजेपी के अलावा किसी भी पार्टी के नेता के लिए मंच साझा करना भी परेशानी का सबब बन जाता और इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. लेकिन आज उन्हीं नीतीश कुमार ने नरेन्द्र मोदी को साम्प्रदायिकता के मोर्चे पर क्लीनचिट दे दिया है. नीतीश कुमार के मुताबिक, नरेन्द्र मोदी की छवि अब बदल चुकी है और वो अब 'सबका साथ और सबका विश्वास' के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहे हैं.

टॅग्स :नितिन गडकरीनरेंद्र मोदीपीयूष गोयल
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

कारोबारIndiGo Crisis: 7 दिसंबर रात 8 बजे तक सभी यात्रियों को तत्काल पैसा वापस करो?, मोदी सरकार ने दिया आदेश, छूटे हुए सभी सामान अगले 48 घंटों के भीतर पहुंचाओ

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत